कुवि से संबंधित कॉलेजों में विद्यार्थी ऑनलाईन या आफलाईन दोनों में से किसी भी माध्यम से दे सकते हैं परीक्षाएं
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र, 3 सितंबर। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. नीता खन्ना के निर्देशानुसार विश्वविद्यालय ने कोविड-19 के दौर में पूरे प्रदेश में पहल करते हुए सभी स्नातक/स्नातकोत्तर/इंजीनियरिंग/बी.एड. की सेमेस्टर/वार्षिक की नियमित, दूरवर्ती पाठ्यक्रमों तथा प्राइवेट विद्यार्थियों की परीक्षाएं आयोजित करने का निर्णय लिया है। सभी परीक्षाएं 10 सितम्बर से शुरू होंगी जिनमें अंडर ग्रेजुएट छठा सेमेस्टर(फुल/रिअपीयर), अंडर ग्रेजुएट द्वितीय व चतुर्थ सेमेस्टर (रिअपीयर), पोस्ट ग्रेजुएट द्वितीय सेमेस्टर (रिअपीयर), पोस्ट ग्रेजुएट चतुर्थ सेमेंस्टर (फुल/रिअपीयर), यूजी एनुअल प्रथम वर्ष व तीसरा वर्ष(फ्रेश/कम्पार्टमेंट), यूजी वार्षिक द्वितीय (कम्पार्टमेंट), पीजी वार्षिक प्रथम वर्ष/द्वितीय वर्ष, बीएड प्रथम व द्वितीय वर्ष (फ्रेश/रिअपीयर), बीटैक आठवा सेमेस्टर (फ्रेश/रिअपीयर), बीटैक द्वितीय, चतुर्थ, छठा व सातवां (रिअपीयर), एमटैक द्वितीय सेमेस्टर (रिअपीयर) तथा सभी सर्टिफिकेट कोर्सिज/डिप्लोमा/पीजी डिप्लोमा/सर्टिफिकेट कोर्सिज आदि (सेमेस्टर व वार्षिक) आदि शामिल हैं।
परीक्षा नियंत्रक डॉ. हुकम सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा अब तक 125 स्नातक/स्नातकोतर व 9 इंजीनियरिंग की डेटशीट जारी कर दी गई हैं और शेष डेटशीट भी जल्दी जारी कर दी जाएंगी। उन्होंने बताया कि इस महामारी के चलते विद्यार्थियों के हितों और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के निर्देशों को ध्यान में रखते हुए ही परीक्षाएं आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। इन परीक्षाओं के लिए विश्वविद्यालय के सभी डीन व संबंधित कॉलेजों/संस्थानों के प्राचार्य/निदेशक से विचार-विमर्श करके परीक्षा संबंधी गाइडलाइन्स जारी कर दी गई हैं जोकि विश्वविद्यालय की वैबसाइट पर उपलब्ध है व संबंधित कॉलेजों को ई-मेल द्वारा भेज दी गई हैं।
आज 3.9.2020 को डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. मंजुला चौधरी व परीक्षा नियंत्रक डॉ. हुकम सिंह व निदेशक आई.टी. सैल प्रो. सुनील ढींगरा ने संबंधित कॉलेजों/संस्थानों के निदेशक/प्राचार्यों से ऑनलाईन मीटिंग की व परीक्षा संबंधी दिशा-निर्देश उनके साथ सांझा किए। इस मीटिंग के बाद यह निर्णय लिया गया कि अब विद्यार्थी ऑनलाईन/ऑफलाइन किसी भी माध्यम से अपनी परीक्षा दे सकता है जिसके लिए 5 सितम्बर 2020 तक उसे इस बारे कॉलेज को सूचित करना होगा व किस माध्यम से परीक्षा देना चाहता है? यदि कोई विद्यार्थी ऑफलाइन माध्यम में परीक्षा देना चाहता है तो उस स्थिति को विद्यार्थी को संबधित कॉलेज प्रश्न पत्र व उत्तर-पुस्तिका उपलब्ध करवाएगा और परीक्षा संपन्न करवाने की जिम्मेवारी संबंधित कॉलेज के प्राचार्य व निदेशक की होगी।
परीक्षा नियंत्रक डॉ. सिंह ने बताया कि ऑनलाइन माध्यम के द्वारा जो विद्यार्थी परीक्षाएं देना चाहते हैं, उस स्थिति में अब संबंधित कॉलेज/संस्थान विद्यार्थी की गूगल मीट और व्हाट्सअप के द्वारा प्रोक्टोरियल/इनविजिलेशन करेगा। सभी संस्थानों व कॉलेजों द्वारा इस संबंध में डेली बेसिज पर टीचर्स की ड्यूटी लगाई जाएगी व इसका डाटा 3 महीने तक संभाल कर रखना होगा जिसका विश्वविद्यालय आवश्यकता पड़ने पर जांच भी कर सकता है और उसका अवलोकन भी कर सकता है।
इसके अतिरिक्त विश्वविद्यालय द्वारा आब्जर्वर भी नियुक्त किए जाएंगे जोकि सभी कॉलेजों व संस्थानों पर ओवरआल अपनी दृष्टि रखेंगे। उन्होंने बताया कि यह सभी दिशा-निर्देश विश्वविद्यालय की वैबसाइट व संबंधित कॉलेजों को ई-मेल के माध्यम से भेज दिए गए हैं। इसके साथ ही केन्द्र सरकार व राज्य सरकार व विश्वविद्यालय द्वारा कोविड-19 के मद्देनजर जो स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर अर्थात मानक संचालन प्रक्रिया के निर्देश दिए गए हैं, उनका पूरी तरह से पालन करना अनिवार्य होगा।