7 सितम्बर को कुरुक्षेत्र वैडिंग इंडस्ट्री के व्यवसायी उपायुक्त को देंगे ज्ञापन
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र, 4 सितम्बर। कुरुक्षेत्र मेंविवाह व्यवसाय से जुड़े व्यवसायियों की एक आपात बैठक ऑल सीजन कैटर्स के कार्यालय में हुई। इस आपात बैठक में कैटरिंग, टेंट हाउस संचालक, लाइट डेकोरेटर्स , साउंड एवं डीजे संचालक, बर्तन, क्रोकरी, हलवाई, डेकोरेशन संचालक और फोटोग्राफर इत्यादि सभी शामिल हुए। बैठक में सभी ने सर्वसम्मति से फैंसला लिया कि 7 सितम्बर कोवैडिंग इंडस्ट्री से जुड़े सभी व्यवसायियों और कारोबारियों की एक अहम बैठक रॉयल रिसॉर्ट में सुबह होगी। इस के उपरांत सभी रोड मार्च करते हुए जिला सचिवालय पहुंचेंगे और कुरुक्षेत्र के उपायुक्त को देश के प्रधानमन्त्री तथा राज्य के मुख्य मन्त्री के नाम ज्ञापन देंगे।
व्यवसायियों का कहना है कि कोरोना महामारी काल में वैडिंग इंडस्ट्री व्यवसाय पूरी तरह से बर्बाद हो चुका है। विवाह कारोबार से जुड़े लोग बेरोजगार हो गए हैं और उनके परिवार भुखमरी का शिकार हो रहे हैं। कोरोना प्रभावित व्यवसायियों का कहना है कि इस समय अगर कोई उद्योग सबसे अधिक पिटा तो वह है विवाह उद्योग। इससे जुड़े छोटे-बड़े सभी कारोबारियों को गंभीर आर्थिक संकट झेलना पड़ रहा है। बैठक में मौजूद व्यवसायियों ने रोष प्रकट करते हुए कहाकि सरकार के निर्देशानुसार किसी भी विवाह समारोह में 50 लोगों को शामिल होने की अनुमति है। सरकार से अनुरोध है कि अगर वैडिंग इंडस्ट्री को बचाना है तो कम से कम 4 सौ लोगों को कार्यक्रम में शामिल होने की अनुमति प्रदान करें। बैठक में मौजूद लोगों ने कहाकि स्थिति को देखते हुए अब विवाह कारोबार से जुड़े कैटरर्स, टेंट हाउस संचालक, लाइट डेकोरेटर्स , साउंड एवं डीजे संचालक, बर्तन, क्रोकरी, हलवाई, डेकोरेशन संचालक और फोटोग्राफरों एकजुट हो गए हैं।
टेंट हाउस संचालकों ने बताया कि जब से लॉक डाउन तथा बाद में नियम शुरू हुए हैं, एकदम कारोबार थम गया है। बुकिंग कैंसिल हो गई हैं। यही हालत अन्य व्यवसायियों का है। एक भी बुकिंग पर सामान नहीं जा सका है। उनकी मजबूरी है कि घर बैठकर किसी तरह से जीवन यापन किया जा रहा है। जितनी भी बुकिंग हुई थी सब कैंसिल हो गई। सीमित अनुमति के चलते ज्यादातर लोगों ने शादियां आगे बढ़ा दी हैं। अब तो रोजी रोटी के लाले पड़ गए हैं। यही एकमात्र धंधा होने के कारण बेरोजगार हो गए हैं। एक टेंट हाउस के संचालक ने बताया कि अब तो डर लगने लगा है कि कभी यह धंधा चलेगा भी या नहीं। अगर कोरोना दो चार महीने और चलता है तो सोचना पड़ेगा की अब क्या किया जाये। क्योंकि जब तक कोरोना रहेगा यह धंधा बंद ही रहना है। इस अवसर पर धर्मपाल, कमल सैनी, तिलकराज, बलबीर, गुलशन मेहरा, अवनि गुप्ता, रामस्वरूप भुट्टी, बृजभूषण गुप्ता, फकीर चंद गाबा, हरिंदर गुप्ता, दीपक शर्मा, सुरेश अरोड़ा, हेमंत यादव, दीपक मेहरा, शिव कुमार, शमां खान, लक्की, सेठी, मोनू, लक्ष्मी बैंड व कृष्णा बैंड इत्यादि व्यवसायी मौजूद थे।