’’काव प्रोटैक्शन टास्क फोर्स’’ का गठन गौवंश की सुरक्षा की दृष्टि से अहम कदम – ज्ञानानंद महाराज
न्यूज डेक्स संवाददाता
पंचकूला। महामंडलेश्वर गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि हरियाणा का पवित्र ग्रंथ भगवतगीता के साथ गहरा संबंध है और वर्तमान राज्य सरकार ने प्रदेश में गौ सेवा की दृष्टि से बेहतर प्रयास किये है। यदपि इस दिशा में और प्रयास करने की आवश्यकता है। ज्ञानानंद महाराज आज सेक्टर-3 में जन्माष्टमी के उपलक्ष्य पर गौसेवा पर आधारित जन्माष्टमी द धर्मा कान्क्लेव में बोल रहे थे।
ज्ञानानंद जी महाराज ने कहा कि गौवंश के संरक्षण व संर्वद्धन के लिये गऊशालायें आवश्यक है पर यह एकमात्र समाधान नहीं है। उन्होंने कहा कि गऊशालाओं के साथ साथ लोगों को गऊ सेवा के भाव के साथ जुड़ना होगा। उन्होंने कहा कि गाय के गोबर का प्रयोग पूजा के अनुष्ठानों में किया जाता हैं, इससे इस बात की प्रमाणिकता सिद्ध होती है कि जब गाय का मल ही इतना पवित्र है तो गाय कितनी पवित्र होगी।
उन्होंने कहा कि आज कई दवाओं में भी गायों के मूत्र का सफल प्रयोग करके देखा गया है और इसके इस्तेमाल के सार्थक परिणाम सामने आये है। उन्होंने कहा कि गाय का आर्थिक प्रयोग दूध से ही नहीं, बल्कि उसके गोबर व मूत्र के माध्यम से भी किया जा सकता हैं। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा हरियाणा गौ सेवा आयोग के माध्यम से भी इस दिशा में अनेक प्रयास किये जा रहे हैं। इसके अलावा सरकार द्वारा प्रदेश में ’’काव प्रोटैक्शन टास्क फोर्स’’ का गठन भी गौवंश की सुरक्षा की दृष्टि से अहम कदम है।