न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। कॉस्मिक एस्ट्रो पिपली (कुरुक्षेत्र) के डायरेक्टर व श्री दुर्गा देवी मन्दिर पिपली के अध्यक्ष डॉ.सुरेश मिश्रा ने बताया कि 30 अगस्त 2021 सोमवार को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व है I इस बार श्री कृष्ण जन्माष्टमी का ज्योतिष योग वैसा ही रहेगा जैसा द्वापर युग में भगवान कृष्ण के जन्म लेने पर हुआ था। भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 29 अगस्त की रात 11 बजकर 25 मिनट से शुरू हो जाएगी जो 30 अगस्त की रात्रि 2 बजे समाप्ति होगी। सोमवार को विशेष जयंती योग ,रोहिणी नक्षत्र और चन्द्रमा वृष राशि में रहेंगे।
श्री कृष्ण जन्माष्टमी का महत्त्व और शिक्षा : श्री कृष्ण जन्माष्टमी को विधि – विधान से भगवान श्री कृष्ण की पूजा- अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। हरिवंश पुराण के पाठ करने से और भगवान श्री कृष्ण की पूजा- अर्चना करने से निसंतान दंपतियों को भी संतान की प्राप्ति हो जाती है। भगवान श्री कृष्ण समान कर्मयोगी बनने का संकल्प ले। हमेशा धर्म,न्याय और सत्य पथ पर चलें क्योंकि अन्याय को सहन करना भी अपराध है।
श्री कृष्ण भगवान की विशेष कृपा प्राप्ति हेतु मंत्र का जाप और उपाय करें : 1. ॐ नमो भगवते वासुदेवाय 2. ॐ नारायणाय नमः 3. ॐ अच्युताय नमः 4. ॐ अनन्ताय नमः 5. ॐ वासुदेवाय नमः
गो सेवा और जन कल्याण की विशेष सेवा कीजिए । मानव जीवन तभी सार्थक है जब मुख से भगवान का नाम लिया जाए और हाथ से दान किया जाए। कलयुग में हरि संकीर्तन का विशेष महत्त्व है। अपने माता पिता , बुजुर्गों और असहाय लोगों की सेवा कीजिए।