न्यूज डेक्स इंडिया
दिल्ली। देशभर में भगवान श्रीकृष्ण के भक्त जन्माष्टमी पर्व की धूम से हर्षो उल्लास में डूबे हैं। मथुरा,वृंदावन और द्वारिका जी सहित देशभर के मंदिरों में कान्हा को झूले लगाए गए हैं। अपनी अपनी विधि परंपरा से यहां भगवान श्रीकृष्ण की पूजा अर्चना और कार्यक्रम चल रहें। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जन्माष्टमी के पावन अवसर पर राष्ट्र को अपनी शुभकामनाएं दी हैं।
उपराष्ट्रपति ने अपने संदेश में कहा है कि जन्माष्टमी भगवान श्रीकृष्ण, जो भगवान विष्णु के आठवें अवतार के रूप में पूज्य हैं, के जन्म दिवस पर मनाया जाता है। श्रीमद् भगवद् गीता में भगवान कृष्ण द्वारा विस्तार से परिणामों से निस्पृह निष्काम भाव से आस्थापूर्वक कर्म करने का शाश्वत संदेश संपूर्ण मानवता के लिए प्रेरणा रहा है। इस पावन दिवस पर हम सभी पूरी निष्ठा के साथ अपने कर्त्तव्यों का निर्वहन करने और सच्चाई के मार्ग पर चलने का संकल्प लें।
जन्माष्टमी को प्राय: पूरे देश में पारंपरिक हर्षोल्लास से मनाया जाता है, इस वर्ष वैश्विक महामारी को देखते हुए, हम इस त्यौहार को पारंपरिक श्रद्धा और सादगी से मनाते हुए कोविड संबंधी हर सावधानी का कड़ाई से पालन करें। जन्माष्टमी का यह पर्व हमारे देश में शांति, सौहार्द और समृद्धि लेकर आए।”
मथुरा में आज श्री कृष्ण की नगरी मथुरा और वृंदावन में उनके जन्मोत्सव की सारी तैयारियां पूरी हो चुकी है। देश के कोने-कोने से बड़ी संख्या में श्रद्धालु मथुरा वृंदावन पहुंच रहे हैं। मान्यता है कि वृंदावन में भगवान श्रीकृष्ण का जन्म दोपहर में हुआ था। इसलिए यहां दिन में ही भगवान का अभिषेक चल रहा है। मथुरा व अन्य जगहों पर रात 12 बजे कृष्ण कन्हैया का जन्म होगा। शाम तीन बजे तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी वृंदावन पहुंचेंगे। लगातार यह दूसरी बार होगा जब कोरोना के चलते इस बार कुछ नियमों का भी पालन करना इस धार्मिक उत्सव में नजर आ रही है और इसी के मद्देनजर इस बार मंदिरों से श्रद्धालुओं को प्रसाद नहीं दिया जाएगा।