न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। विद्या भारती हरियाणा प्रांत द्वारा संस्कृत सप्ताह के उपलक्ष्य में ऑनलाइन संस्कृत संध्या का आयोजन किया गया।जिसमें प्रांत के 9 संकुलों से लगभग 20 विद्यालयों के विद्यार्थियों ने भागीदारी की। संस्कृत संध्या का शुभारंभ सरस्वती वंदना से हुआ।तत्पश्चात् कार्यक्रम के संयोजक एवं हरियाणा प्रांत के संस्कृत विषय प्रमुख नारायण सिंह ने अतिथि का परिचय एवं आज के कार्यक्रम की भूमिका प्रस्तुत की।
प्रस्तुतियों के शुभारंभ से पूर्व संस्कृत आचार्य अमित धीमान ने वैदिक मंगलाचरण प्रस्तुत किया।इसके बाद संकुलशः बालकों ने सरल संस्कृत में मनमोहक प्रस्तुतियां देकर सबका मन मोह लिया। प्रस्तुतियों में कुरुक्षेत्र संकुल से प्रज्ञा एवं राशि ने अपने मधुर गीत से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। अंशदीप ने सरल संस्कृत के माध्यम से एक लघु कथा सुना कर यह प्रमाणित किया कि संस्कृत ज्ञान-विज्ञान की भाषा होने के साथ-साथ व्यावहारिक भाषा भी है।
करनाल संकुल से जानकी व कोमल ने संस्कृत भाषा के महत्त्व पर प्रेरक भाषण प्रस्तुत किया। तेपला एवं गोहाना संकुल से विद्यार्थियों ने स्तोत्र पाठ एवं विभिन्न छन्दों में श्लोक गायन किया। डबवाली व जींद संकुल के विद्यार्थियों ने सरल भाषा में विभिन्न विषयों पर लघु संवाद प्रस्तुत किए। नूंह एवं बहु अकबरपुर संकुल से माही और धारा ने मधुर संगीत के साथ गीतगायन व स्तोत्र पाठ किया।निगदू संकुल से साक्षी शिवानी ने अभिनय पूर्वक गीत प्रस्तुत किया।
मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हिंदू शिक्षा समिति हरियाणा के माननीय मंत्री अवधेश पाण्डेय ने अपने उद्बोधन में कहा कि संस्कृत सुनने में अत्यंत आनंद की अनुभूति होती है, और इसका ज्ञान प्राप्त कर उसका जीवन में प्रयोग करने से तो जीवन उज्ज्वल हो जाता है।अतः हमें संस्कृत का दैनिक व्यवहार में भी प्रयोग करना चाहिए एवं विद्यालय में होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों में सहर्ष भाग लेना चाहिए।
प्रांत में संस्कृत विषय के सह प्रमुख रामनरेश ने सभी अतिथि महानुभावों का आभार प्रकट किया एवं प्रस्तुति देने वाले विद्यार्थियों को शुभकामनाएं प्रदान की।विद्यार्थियों की प्रस्तुतियों की सज्जा कराने वाले संस्कृत विषय के सभी आचार्यों का अभिनंदन किया। इस कार्यक्रम में प्रांत के 9 संकुलों के संकुल प्रमुख एवं प्रांत के सभी विद्यालयों के संस्कृत आचार्य उपस्थित रहे। लगभग 200 अभिभावकों एवं अन्य विषय के आचार्यों ने यूट्यूब के माध्यम से इस कार्यक्रम के लाइव प्रसारण का अवलोकन किया। कल्याण मंत्र के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ। *संस्कृतस्य सेवनम् मातृसेवासमम्।* *तेन सम्भाषणं वाङ्गमातृपूजनम्।।*