दुष्यंत चौटाला ने श्री कृष्ण जन्माष्टमी व गुरु जम्भेश्वर के अवतार दिवस की प्रदेशवासियों को दी बधाई
न्यूज डेक्स इंडिया
चंडीगढ़। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने श्री कृष्ण जन्माष्टमी व बिश्नोई पंथ प्रवर्तक गुरु जम्भेश्वर महाराज के अवतरण दिवस की प्रदेशवासियों को बधाई दी और सबकी कुशलता की कामना की है। उन्होंने गुरु जाम्भोजी महाराज को तत्कालीन सदी का अद्भुत व अद्वितीय पर्यावरण वैज्ञानिक बताते हुए पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया हैं।
डिप्टी सीएम ने कहा कि अलग-अलग धार्मिक साहित्यों का अध्ययन करने में उनकी हमेशा रुचि रहती है और राजनीति में होने के चलते उन्हें हर क्षेत्र में जाने का सौभाग्य भी मिला है। उन्होंने कहा कि हरियाणा के विशेषकर हिसार, सिरसा व फतेहाबाद जिले में अक्सर उनका जाना होता है तो बिश्नोई समुदाय के प्रबुद्धजनों से मिलना भी होता है और इस दौरान बिश्नोई पंथ के प्रतिनिधियों के द्वारा उन्हें जम्भ साहित्य भेंट स्वरूप दिया गया। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि इसका अध्ययन करने पर बिश्नोई समाज के गौरवशाली इतिहास के संबंध में उन्हें अद्भुत जानकारी प्राप्त हुई।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि वास्तव में बिश्नोई समाज का इतिहास गौरवशाली रहा है और ये केवल गुरु जम्भेश्वर की दी गई शिक्षाओं का परिणाम है। उन्होंने कहा कि जिस पर्यावरण संरक्षण और जीव रक्षा की तरफ आज हर समाज के लोग रुचि दिखा रहे है, इसके बारे में गुरु जाम्भोजी ने आज से लगभग 536 वर्ष पहले आमजन को अवगत करवा दिया था इसीलिए उन्हें सबसे प्राचीन पर्यावरणविद माना जाता है।
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि अगर व्यक्ति गुरु जाम्भोजी द्वारा बताए गए 29 नियमों का पालन सही मायने में कर ले तो जीवन में निराशा पूर्ण तौर पर समाप्त हो सकती है। उन्होंने कहा कि गुरु महाराज के बताए रास्ते पर चलते हुए 363 बिश्नोई पुरुषों और महिलाओं ने पेड़ों की रक्षा के लिए हंसते-हंसते अपने जीवन का बलिदान दे दिया था। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि आज सबको गुरु जाम्भो जी की शिक्षाओं का अनुसरण करते हुए पर्यावरण व जीव रक्षा के प्रति संवेदनशील होना पड़ेगा, तभी ये संसार हरा भरा और खुशहाल बना रह सकता है।