किसान विभाग के पोर्टल पर करवा सकते है पंजीकरण, सरकार ने योजना के तहत तय किया करोड़ों का बजट
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक डा. प्रदीप मिल ने कहा कि गत वर्ष की भांति इस वर्ष (2021-22) भी जो किसान स्ट्रॉ बेलर द्वारा पराली की गांठ/बेल बनाकर या बनवाकर उसका निष्पादन किसी सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम व अन्य औद्योगिक इकाईयों में करेगा उसे 1 हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इस योजना के लिए सरकार ने करोड़ों रुपये का बजट तय किया है। उन्होंने किसानों से अपील करते हुए कहा कि वे फसल अवशेष प्रबंधन अपनाए ताकि पराली जलाने की नौबत ही ना आये और आर्थिक लाभ भी हो सके।
डीडीए डा. प्रदीप मिल ने बातचीत करते हुए कहा कि इस योजना का लाभ लेने के लिए विभाग के पोर्टल एग्रीहरियाणा.जीओवी.ईन पर अपना पंजीकरण करवा सकते है। किसान पोर्टल पर क्रोप रेसिडु मैनेजमेंट लिंक पर जाकर पराली की गांठ/बेल के उचित निष्पादन हेतु पंजीकरण शीर्षक पर क्लिक करके पंजीकरण कर सकते है। अधिक जानकारी के लिए किसान अपने निकटतम कृषि अधिकारी या टोल फ्री नम्बर 1800-180-2117 पर सम्पर्क कर सकते है। यह पोर्टल किसानों और उद्योगों को पराली की मांग और आपूर्ति के लिए मंच प्रदान करता है। इस पोर्टल पर किसान और उद्योग पराली की गांठों/बेलों का क्रय-विक्रय कर सकते है।
इस स्कीम का उद्देश्य किसानों को प्रोत्साहित कर पराली का उचित निष्पादन करना है। उन्होंने कहा कि पराली की गाठें बनाने वाली स्ट्रा बेलर युनिट भी किसानों को अनुदान पर उपलब्ध करवाया जाता है। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग व अन्य औद्योगिक इकाईयों जो पराली की बेलों का उपयोग करती है, वे सभी इकाईयां वित्त वर्ष 2021-22 में पराली की गांठों/बेलों की आवश्यकता अनुसार मांग हेतु अपना पंजीकरण एग्रीहरियाणा.जीओवी.ईन पोर्टल पर करवा लें, ताकि समय पर उन्हें पराली की उपलब्धता हो सके। इस प्रकार किसानों को पराली जलाने की समस्या से निजात मिलेगी तथा इसके द्वारा वातावरण दूषित होने से भी बचाया जा सकेगा।