Friday, November 22, 2024
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वैज्ञानिक उपलब्धियों से मानव प्राकृतिक संतुलन को उपेक्षा की दृष्टि से देख रहा है-डॉ.आरसी मिश्र

by Newz Dex
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मातृभूमि सेवा मिशन आश्रम परिसर में  पर्यावरण संवाद  कार्यक्रम सम्पन्न

न्यूज डेक्स संवाददाता

कुरुक्षेत्र।  पर्यावरण संरक्षण का समस्त प्राणियों के जीवन तथा इस धरती के समस्त प्राकृतिक परिवेश से घनिष्ठ सम्बन्ध है। प्रदूषण के कारण सारी पृथ्वी दूषित हो रही है और निकट भविष्य में मानव सभ्यता का अंत दिखाई दे रहा है। यह विचार हरियाणा पुलिस  हाउसिंग कॉर्पोरेशन के  प्रबंध निदेशक , पुलिस महानिदेशक डॉ. आर.सी.मिश्र ने मातृभूमि सेवा मिशन द्वारा आजादी के अमृतोत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित पर्यावरण संवाद कार्यक्रम में व्यक्त किये। डॉ. आर. सी. मिश्र ने  मातृभूमि सेवा मिशन आश्रम परिसर में वृक्षारोपण भी किया। 

डॉ. आर.सी.मिश्र ने कहा कि वनस्पतियों, प्राणियों, और मानव जाति सहित सभी सजीवों और उनके साथ संबंधित भौतिक परिसर को पर्यावरण कहतें हैं वास्तव में पर्यावरण में वायु, जल, भूमि, पेड़-पौधे, जीव-जन्तु , मानव और उसकी विविध गतिविधियों के परिणाम आदि सभी का समावेश होता है। विज्ञान के क्षेत्र में असीमित प्रगति तथा नये आविष्कारों की स्पर्धा के कारण आज का मानव प्रकृति पर पूर्णतया विजय प्राप्त करना चाहता है।

इस कारण प्रकृति का संतुलन बिगड़ गया है। वैज्ञानिक उपलब्धियों से मानव प्राकृतिक संतुलन को उपेक्षा की दृष्टि से देख रहा है। दूसरी ओर धरती पर जनसंख्या की निरंतर वृद्धि , औद्योगीकरण एवं शहरीकरण की तीव्र गति से जहाँ प्रकृति के हरे भरे क्षेत्रों को समाप्त किया जा रहा है। मातृभूमि सेवा मिशन द्वारा आजादी के अमृतमहोत्सव के उपलक्ष्य में वर्षभर राष्ट्रचेतना के प्रस्तावित विभिन्न कार्यक्रमो की  पहल आजादी की लड़ाई में शहीद हुए वीरो के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है। 

मातृभूमि सेवा मिशन के संस्थापक डॉ. श्रीप्रकाश मिश्र ने कहा कि पर्यावरण प्रदूषण के कुछ दूरगामी दुष्प्रभाव हैं, जो अतीव घातक हैं, जैसे आणविक विस्फोटों से रेडियोधर्मिता का आनुवांशिक प्रभाव, वायुमण्डल का तापमान बढ़ना, ओजोन परत की हानि, भूक्षरण आदि ऐसे घातक दुष्प्रभाव हैं। प्रत्यक्ष दुष्प्रभाव के रूप में जल, वायु तथा परिवेश का दूषित होना एवं वनस्पतियों का विनष्ट होना, मानव का अनेक नये रोगों से आक्रान्त होना आदि देखे जा रहे हैं।

बड़े कारखानों से विषैला अपशिष्ट बाहर निकलने से तथा प्लास्टिक आदि के कचरे से प्रदूषण की मात्रा उत्तरोत्तर बढ़ रही है। यदि हम अपने कल को स्वस्थ देखना चाहते हैं तो आवश्यक है कि बच्चों को पर्यावरण सुरक्षा का समुचित ज्ञान समय-समय पर देते रहें। अच्छे व मंहगें ब्रांड के कपड़े पहनाने से कहीं महत्वपूर्ण है उनका स्वास्थ्य, जो हमारा भविष्य व उनकी पूंजी है। 

कार्यक्रम की अध्यक्षता सैनसंस पेपर मिल्स के प्रबंध निदेशक प्रदीप सैनी ने किया। उन्होंने कहा पर्यावरण संवाद के कार्यक्रम आज सभी शिक्षण संस्थाओं एवं विभिन्न सामाजिक, धार्मिक, व्यवसायिक संगठनों में चलाने की अत्यंत आवश्यकता है। कार्यक्रम में गुरुकुल तक्षशिला के सचिव रामपाल आर्य एवं हरियाणा कला परिषद के पूर्व निदेशक योगेश कुमार योगी अतिविशिष्ट अतिथि के रुप मे उपस्थित रहे। मातृभूमि सेवा मिशन परिवार की ओर से सभी अतिथियो को औषधीय वृक्ष, स्मृति चिन्ह एवं अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया।

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