न्यूज डेक्स संवाददाता
जींद।जमीन के मुआवजे की राशि के लिए पिल्लूखेड़ा के गांव कालवा गांव में सोये हुए एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हत्या का आरोप परिवार के लोगों पर ही लगा है। पिल्लूखेड़ा थाना पुलिस ने इस मामले में मृतक के भतीजे की शिकायत पर परिवार के ही 7 लोगों के खिलाफ हत्या के आरोप में केस दर्ज किया है। शुक्रवार को पुलिस ने सिविल अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया।जानकारी के मुताबिक कालवा गांव के कर्मबीर की वीरवार रात उस समय गोली मारकर हत्या कर दी गई, जब कर्मबीर अपने निर्माणाधीन घर के आंगन में चारपाई पर गहरी नींद सो रहा था।
रात लगभग डेढ़ बजे कर्मबीर को गोली मारी गई। गोली चलने की आवाज कर्मबीर की पत्नी अनिता को सुनाई दी। अनिता ने परिजनों को नींद से जगाकर वारदात की जानकारी दी। चारपाई पर कर्मबीर का शव लहू-लुहान हालत में पड़ा हुआ था। इस वारदात की सूचना गांव में जंगल की आग की तरह फैल गई। मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। पिल्लूखेड़ा थाना पुलिस को सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। मौका-मुआयना करने के बाद पुलिस ने पंचनामा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए जींद के सिविल अस्पताल भिजवाया।
इस सिलसिले में मृतक कर्मबीर के भतीजे प्रवीण ने पिल्लूखेड़ा थाना पुलिस में दर्ज करवाई शिकायत में कहा कि वीरवार रात लगभग सवा एक बजे उसकी चाची अनिता ने बताया कि उसके चाचा कर्मबीर को गोली मार दी गई है। जब वह घर पहुंचा तो उसके चाचा कर्मबीर की छाती में गोली मारी गई थी और उसका शव आंगन में चारपाई पर पड़ा हुआ था। प्रवीण ने अपने बयान में आरोप लगाते हुए कहा कि उसके चाचा को मनीष, विजय, सतपाल, महेंद्र, राजपाल, नरेश और सुरेश ने साजिश के तहत गोली मारी है। जांच अधिकारी एएसआई नरेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस ने मृतक के भतीजे प्रवीण की शिकायत पर मनीष, विजय, सतपाल, महेंद्र, राजपाल, नेरश और सुरेश के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
1.63 करोड़ रुपए मिलनी थी मुआवजा राशि-मृतक कर्मबीर और आरोपियों की लगभग साढ़े 3 एकड़ जमीन जिले से निकलने वाले दिल्ली-कटरा हाईवे में आ गई है। अधिग्रहण हुई जमीन की कुल मुआवजा राशि 1.63 करोड़ रुपए थी, जो कि सभी खातों में डाली जानी थी, लेकिन आरोपियों का परिवार इस बात से नाराज था कि मुआवजा राशि मृतक कर्मबीर के परिवार को भी मिल रही है। जिससे उनका परिवार रंजिश रखे हुए था।