न्यूज डेक्स संवाददाता
हिसार। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय कुलपति प्रोफेसर बी.आर. काम्बोज ने बताया कि विश्वविद्यालय में दो साल बाद आयोजित होने वाले ऑफलाइन कृषि मेला (रबी) में किसानों को बिक्री के लिए विभिन्न फसलों की उन्नत किस्मों के करीब 9000 क्विंटल बीज उपलब्ध करवाए जाएंगे। इसके अलावा विश्वविद्यालय द्वारा विकसित की गई सब्जियों के बीज भी उपलब्ध करवाए जाएंगे।
कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय परिसर में ‘जल संरक्षण’ विषय पर 8 व 9 सितंबर को दो दिवसीय किसान मेले के लिए अधिकारियों की बैठक आयोजित कर दिशा-निर्देश दे रहे थे। उन्होंने बताया कि किसानों के हित के लिए उनकी मांग पर विश्वविद्यालय द्वारा दो वर्ष बाद कृषि मेले का आयोजन परम्परागत तरीके से ऑफलाइन किया जा रहा है ताकि किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले बीज व आधुनिक तकनीक मिल सकें।
कुलपति ने बताया कि न केवल प्रदेश बल्कि अन्य प्रदेशों के किसानों को भी विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित किए जाने वाले मेले का इंतजार रहता है और वे भारी तादाद में हिस्सा लेते हैं। मेले के दौरान राज्य व कें द्र सरकार की ओर से कोरोना महामारी को लेकर जारी सभी हिदायतों का सख्ती से पालन किया जाएगा। किसानों को किसी प्रकार की मेले के दौरान असुविधा न हो इसके लिए कमेटियों का गठन किया गया है जो किसानों को जागरूक करने के साथ-साथ उनकी समस्याओं का समाधान भी करेंगी।
कुलपति ने बताया कि मेले के दौरान विश्वविद्यालय के लगभग सभी महाविद्यालयों की ओर से प्रदर्शनी लगाई जाएंगी और विभिन्न फसलों की विकसित किस्मों और तकनीकी की जानकारी दी जाएगी। साथ ही प्रश्नोत्तरी सत्र भी आयोजित किया जाएगा जिसमें किसान अपनी फसल संबंधी समस्याओं का बेहतरीन तरीके से समाधान हासिल कर सकेंगी। मेले के दौरान किसानों को विभिन्न फसलों व सब्जियों की उन्नत किस्मों के बीजों के अलावा फलदार पौधे भी बिक्री किए जाते हैं।
किसानों की सुविधा के लिए मेला ग्राउंड में ही फलदार पौधों की ट्राली खड़ी की जाएगी ताकि किसानों को पौधे लेने के लिए मेला ग्राउंड से दूर विश्वविद्यालय के फार्म पर न जाना पड़े। इस बार मेले में अमरूद, बेरी, आंवला, करोंदा, अंगूर, आड़ू व अनार के पौधे दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि किसानों को मेले के दौरान रामधन सिंह सीड फार्म, फार्म निदेशालय व मेला ग्राउंड के प्रवेश द्वारा स्थित बीज बिक्री केंद्र पर बीजों की बिक्री की जाएगी।