कुरुक्षेत्र, 5 सितंबर। हिंदी के प्रचार-प्रसार तथा इसे राष्ट्र भाषा बनाने हेतु संकल्पित अंतर्राष्ट्रीय संस्था हिंदी साहित्य भारती की हरियाणा प्रान्त की एक ऑनलाइन बैठक हुई, जिसकी अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष डॉ. नरेश मिश्र द्वारा की गई। हिंदी साहित्य भारती के उद्देश्यों और प्रदेश के जिला इकाइयों के गठन हेतु संपन्न हुई इस बैठक में हिंदी साहित्य भारती हरियाणा के सभी पदाधिकारी एवं सदस्य सम्मिलित हुए। प्रख्यात लेखिका डॉ. मंजरी शुक्ला द्वारा सरस्वती वंदना तथा डॉ. क्यूटी द्वारा प्रस्तुत की गई। मातृ वंदना से आरंभ हुई इस बैठक में हरियाणा प्रदेश के 15 जिलों की इकाईयों के गठन की घोषणा हुई जिसका अनुमोदन हिंदी साहित्य भारती हरियाणा के अध्यक्ष राम नरेश मिश्र द्वारा किया गया।
इस अवसर पर अपने उद्बोधन में हिंदी साहित्य भारती के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. रवींद्र शुक्ल ने कहा कि यह बड़ा हर्ष का विषय है कि आज हम हिंदी प्रेमी इस मंच पर इकट्ठा हुए हैं। हम सब लोग हिंदी की सेवा और उत्थान के लिए कृत संकल्प है। डॉ. शुक्ल ने कहा की हिंदी साहित्य भारती के गठन के बाद दुनिया में भाषा को लेकर इतनी जल्दी किसी संगठन ने उपलब्धि प्राप्त की है तो वह हिंदी साहित्य भारती है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई देशों में हिंदी साहित्य भारती की अनेक इकाइयां गठित हो गई है यह हम सब के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। बैठक में केंद्रीय महामंत्री अनिल शर्मा की उपस्थिति प्रेरणादायक रही।
प्रदेश स्तरीय इस बैठक का संचालन हिंदी साहित्य भारती के प्रदेश महामंत्री डॉ. रामेंद्र सिंह ने किया। डॉ रामेंद्र सिंह ने अध्यक्ष और सभी पदाधिकारियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश में इतनी जल्दी हिंदी भाषा प्रेमी एक मंच पर इकट्ठा हो जाएंगे, ऐसी कल्पना नहीं थी। हिंदी साहित्य भारती के पदाधिकारियों के अतिरिक्त भाषा प्रेमियों की सक्रियता इस बात का प्रमाण है कि बहुत जल्दी हिंदी की स्वीकार्यता अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक समृद्ध भाषा के रूप में बढ़ेगी। अंत में हिन्दी साहित्य भारती के संयुक्त महामंत्री डॉ. रमाकांत शर्मा ने आभार अभिव्यक्त किया। बैठक में मंत्री सुरेश चंद्र शर्मा, मंत्री डॉ. ऋषिपाल, मंत्री डॉ. हुकम सिंह, मंत्री बाल किशन शर्मा तथा मीडिया संयोजक डॉ. कृष्ण कुमार उपस्थित रहे। शांति मंत्र के साथ बैठक सम्पन्न हुई।