न्यूज डेक्स संवाददाता
पानीपत। जिला के काबड़ी गांव में स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यामिक विद्यालय प्राईवेट स्कूलों की ओर दौड़ रहे बच्चों या अभिभावकों के लिए बना प्रेरणा स्त्रोत। केन्द्र या प्रदेश सरकार द्वारा राजकीय स्कूलों तथा विद्यार्थियों के लिए अनेक योजनाओं के माध्यम से सुविधाएं दी जाती हैं। इसी कड़ी में जिले के काबड़ी गांव का राजकीय स्कूल भी आज के विद्यार्थियों के लिए नए डिजिटल युग की प्रेरणा का स्त्रोत बना है।
काबड़ी गांव जिले के मुख्य केन्द्र से लगभग 5 कि0 मी0 की दूरी पर स्थित है। काबड़ी गांव के राजकीय स्कूल के प्रधानाचार्य रणबीर जागलान ने जानकारी देते हुए बताया कि इस स्कूल में लगभग 2700 बच्चे पढऩे आते हैं। हर कक्षा में 4 या 5 सेक्शन है। उन्होंने बताया कि स्कूल के कुल स्टाफ की संख्या 97 है। स्कूल कक्षा लगने का समय सरकार की हिदायतों के अनुसार प्रात: 8:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक है। स्कूल का पूरा स्टाफ प्रात: 8 बजे तक पंहुच जाता है।
उन्होंने बताया कि स्कूल में 24 घण्टे लाईट की सुविधा रहती है। इसके लिए 2 उर्जा सोलर सिस्टम भी लगाए गए हैं। उर्जा सोलर सिस्टम रिफाईनरी द्वारा स्कूल को भेंट में दिए गए हैं। सुरक्षा के मद्देनजर स्कूल का पूरा परिसर पाठशाला कक्षों सहित 16 सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में हर गतिविधि रहती है।
उन्होंने बताया कि स्कूल की हर कक्षा का फाईनल परिणाम हर साल शत-प्रतिशत आता है। इसके अतिरिक्त अन्य प्रतियोगिताओं में स्कूल के विद्यार्थियों का परिणाम अव्वल होता है। 2019-20 में स्कूल के विद्यार्थी यूवा ससंद कार्यक्रम में कमिशनरी स्तर पर द्वितीय स्थान पा चूके हैं। 2020 में स्कूल के विद्यार्थियों को शिक्षा विभाग द्वारा व प्रदेश सरकार द्वारा मुख्यमंत्री सौंदर्य पुरस्कार से नवाजा गया था। शिक्षा विभाग द्वारा प्रकाशित मासिक पत्रिका शिक्षा सारथी में भी स्कूल का नाम कई बार प्रशंसा के रूप में प्रकाशित हो चुका है। स्कूल ने 2021 के नए स्त्र के दौरान विद्यार्थियों की संख्या में 30 प्रतिशत बढौतरी करते हुए राज्य में अपनी एक विशेष पहचान बनाई है।
उन्होंने बताया कि वे स्वयं कॉमर्स विषय की पढ़ाई करवाते हैं तथा कक्षा लेने के उपरांत प्रतिदिन हर कक्षा पर अलग से ध्यान रखते हैं। स्कूल कक्षों का क्षेत्रफल लगभग 2 एकड़ में फैला हुआ है इसके अतिरिक्त लगभग डेढ़ एकड़ में खेल का मैदान है। स्कूल परिवार में 5 कमरों का एक रेल रूपी शैक्षिणिक क्षेत्र भी है जो दिखने में बिल्कुल रेल की आकृति जैसा लगता है। पूरे स्कूल के अंदर सैंट्रल अनाउसमेंट लगा हुआ है जिसके द्वारा पूरे स्कूल क्षेत्र में एक ही समय सूचना प्रेषित हो जाती है।
प्रधानाचार्य रणबीर जागलान ने बताया कि बोर्ड की कक्षा के छात्रों को स्कूल समय के बाद भी सम्बंधित विषयों के अध्यापकों द्वारा अतिरिक्त क्लास लगाई जाती है ताकि बच्चों का वार्षिकपरिणाम बेहतर आए। स्कूल परिसर के अंदर ब्यूटी वैलनैश की स्पेशन शिक्षा दी जाती है। स्कूल में स्थापित एक लगभग 2000 पूस्तकों के भण्डारण के साथ डिजिटल पुस्तकालय है। इसी कड़ी में हाईटेक तकनीक के साथ बना कांफें्रस हॉल व हर कक्षा में डिजिटल बोर्ड के साथ शिक्षा स्तर का शुरू होना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के डिजिटल इंडिया के सपने को साकार करता हुआ नजर आ रहा है।
स्कूल परिसर में अलग से कूड़ा निस्तारण केन्द्र स्थापित किया गया है जहां पर खुद की खाद तैयार करके स्कूल परिसर में लगे पेड़-पौधों में डाली जाती है। इन सब सुविधाओं के साथ-साथ स्कूल परिसर में 500 गज के क्षेत्र में वाहन पार्किंग व्यवस्था तथा हर्बल वाटिका के नाम से एक गार्डन स्थापित है जिसमें नाना प्रकार की जड़ी-बूटियों के पौधे उगे हुए हैं। इन जड़ी-बूटियों का प्रयोग कर स्कूल में आये मेहमानों को हर्बल टी का स्वाद भी चखाया जाता है। इन सब व्यवस्थाओं के साथ-साथ स्कूल में मेडिकल बूस्ट अलग से स्थापित है जिसमें विद्यार्थियों को स्वास्थ्य सम्बंधी जानकारी दी जाती है।
स्कूल की अध्यापिका आंठवी कक्षा की इंचार्ज अनामिका ने बताया कि कोविड़ महामारी के इस दौर में स्कूल खुलने पर अध्यापक के सामने एक चुनौती के रूप में समय आया है क्योंकि बच्चों का मानसिक विकास माता-पिता से भी ज्यादा अध्यापक के हाथ में होता है। बच्चे कोविड काल में दौरान बच्चों का शैक्षणिक स्तर पर जरूर कुछ कमजोर हुआ है लेकिन महमारी के दौर से गुजरने के बाद बच्चे भी अपनी पढ़ाई के प्रति चिंतित नजर आये लेकिन अब धीरे-धीरे बच्चों को जल्दी ही पहले वाले स्तर पर लिया जाएगा और फिर से बच्चों के वार्षिक परिणाम बेहतर आएंगे।
शारिरिक शिक्षा विषय के अध्यापक नरेश रावल ने बताया कि विद्यार्थियों के बेहतर शारिरिक विकास के लिए योग फिट इंडिया के तहत फिटनेस प्रोग्राम भी स्कूल के खेल मैदान में हर रोज करवाए जाते हैं। ज्वायफुल गतिविधियों के साथ योगा व कोविड महामारी के प्रति भी विद्यार्थियों को जागरूक किया जाता है। शिक्षा के क्षेत्र के साथ-साथ स्कूल के विद्यार्थियों ने ताईकमांडों खेल में राज्य भर में प्रथम स्थान व कुश्ती, बॉक्सिंग इत्यादि खेलों में विद्यार्थियों ने जिला में अनेको बार प्रथम स्थान पाया है।
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