न्यूज डेक्स बिहार
गोपालगंज। पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के लाल भी उन्हीं की तरह आचार संहिता की धज्जियां उड़ाते हुए लोगों को वोट बांटने की वजह से बड़े विवाद में फंसते दिखाई दे रहे हैं। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव गत दिनों गोपालगंज की यात्रा पर थे और इस दौरान उन्होंने गाड़ी रुकवा कर अपने समर्थकों को रास्ते में 500-500 के नोट बांट दिए। यह सब कुछ उस समय हो रहा था जब यात्रा के दौरान रास्ते में उनके समर्थकों ने तेजस्वी यादव उनका स्वागत किया था।
इस बीच एक जगह पर तेजस्वी ने महिलाओं नोट बांटे तो किसी ने उनका मोबाइल में वीडियो बनाया गया था,जोकि कुछ समर्थकों और खुद आरजेडी के आफिशियल पर भी पोस्ट किया गया था। अब इस तरह का वीडियो अगर आएगा और वो भी बिहार में पंचायती राज चुनाव के कारण लगी आचार संहिता के बीच तो हंगामा तो बरपेगा ही।
इस वीडियो को देख अब जेडीयू और भाजपा नेताओं को लालू के लाल को खींचने का पूरा मौका दे दिया है। मीडिया और सोशल मीडिया पर विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव पर सत्ता पक्ष और उनके विरोधी बयानबाजी कर रहे हैं। साथ ही साल 2004 में इसी तरह से लालू यादव द्वारा नोट बांटने की बात को ताजा किया जा रहा है। आरजेडी के विरोधी दल इसे मुद्दा बना रहे हैं। अगले दिनों में यह मुद्दा जोरशोर से उठाया जा सकता है।
वीडियो में गरीब महिलाओं को पांच पांच सौ के नोट बांटते हुए तेजस्वी यादव अपना परिचय देते भी सुनाई दे रहे हैं वह बता रहे हैं कि वह लालू यादव के बेटे हैं। वहीं जेडीयू प्रवक्ता नीरज सिंह का कहना है कि लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव से यह पूछा जाना चाहिए कि गरीबों का मजाक क्यों उड़ाया।