राज्यपाल बंडारु दतात्रये ने गीता ज्ञान संस्थानम केन्द्र में जीओ गीता लाईब्रेरी का किया उदघाटन, जीओ गीता संग्रहालय का किया अवलोकन
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। कुरुक्षेत्र 16 सितम्बर हरियाणा के राज्यपाल बंडारु दतात्रये ने कहा कि गीता ज्ञान संस्थानम केन्द्र के माध्यम से आधुनिक भारत की नींव रखी जा रही है। इस संस्थान के माध्यम से पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेशों का संदेश पूरी दुनिया तक पहुंच रहा है। यह संस्थान सही मायने में संस्कृति और अस्तित्व को आगे बढ़ाने का संदेश भी दे रहा है। राज्यपाल बंडारु दतात्रये वीरवार को गीता ज्ञान संस्थानम केन्द्र में जीओ गीता लाईब्रेरी का उदघाटन करने के उपरांत पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
इससे पहले राज्यपाल बंडारु दतात्रये, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज, हरियाणा के खेल एवं युवा मामले मंत्री संदीप सिंह, सांसद नायब सिंह सैनी, टीडी बोर्ड के सदस्य जनार्धन रेड्डी, जया वाणी रेड्डी, भाजपा के प्रदेश महामंत्री डा. पवन सैनी, भाजपा के कुरुक्षेत्र प्रभारी मेहर चंद गहलोत, केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा, भद्रकाली पीठ के अध्यक्ष डा. सतपाल शर्मा, ग्ररुग्राम विश्वविद्यालय के कुलपति एवं जीओ गीता संस्थान के राष्ट्रीय उपप्रधान डा. मारकंडेय आहुजा ने मंत्रोच्चारण के बीच जीओ गीता लाईब्रेरी का विधिवत रुप से उदघाटन किया। इससे पहले राज्यपाल बंडारु दतात्रये व सभी मेहमानों ने जीओ गीता संग्रहालय का अवलोकन किया। राज्यपाल ने जीओ गीता लाईब्रेरी में ई-लाईब्रेरी का भी विधिवत रुप से उदघाटन किया और दुर्लभ ग्रंथ कक्ष सहित सभी कक्षों का बारीकि से अवलोकन किया।
राज्यपाल ने कहा कि कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर भगवान श्रीकृष्ण ने गीता के उपदेश दिए, इन्ही उपदेशों को आज गीता ज्ञान संस्थानम केन्द्र जन-जन तक पहुंचाने का काम कर रहा है। गीता ज्ञान संस्थानम केन्द्र के माध्यम से ही आधुनिक भारत की नींव रखी जा रही है और इस संस्थान का समाज में बहुत बड़ा योगदान है। इस संस्थान के माध्यम से गीता के संदेश जन-जन तक पहुंचेंगे। उन्होंने कहा किजीओ गीता के पुस्तकालय का उदघाटन करने का अवसर प्राप्त हुआ है।
इसके लिए मैं गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज का आभार व्यक्त करता हूं। स्वामी ज्ञानानंद महाराज जीओ गीता के माध्यम से गीता का संदेश विश्व के कोने-कोने तक पहुंचाने का सफल प्रयास किया जा रहा है। इनके इस प्रयास से जीओ गीता पुस्तकालय गीता के प्रचार-प्रसार में एक मील का पत्थर साबित होगा। इस पुस्तकालय के माध्यम से विश्वभर की मानव जाति गीता के परम संदेश को ग्रहण कर पाएगी, जो विश्व में शांति-सद्भाव का वातावरण तैयार करने के साथ-साथ आलौकिक अनुभूति का एहसास कराएगी।
गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद ने कहा कि जीओ गीता लाईब्रेरी 5 हजार स्केयर फीट में बनाई गई है और इसमें 5 हजार पुस्तके रखी गई है औश्र आने वाले एक साल में इस पुस्तकालय में 50 हजार पुस्तकों की संख्या हो जाएगी। इस पुस्तकालय में दुर्लभ पुस्तके भी रखी गई है और विश्व इनसाईक्लापीडिया, 1 हजार से ज्यादा लेखक और विचारकों की पुस्तके रखी गई है। इस लाईब्रेरी में ई-लाईब्रेरी के माध्यम से पूरे विश्व की लाईब्रेरियों से जुडक़र पवित्र ग्रंथ गीता पर अध्ययन किया जा सकेगा। इस मौके पर उपायुक्त मुकुल कुमार, पुलिस अधीक्षक हिमांशु गर्ग, केयूके के कुलपति प्रोफेसर सोमदत्त सचदेवा, आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति बलदेव धीमान, मीडिया प्रभारी रामपाल शर्मा, केडीबी सदस्य सौरव चौधरी, उपेन्द्र सिंघल, राजेश शांडिल्य, विजय नरुला, केसी रंगा, महेन्द्र सिंगला, हंसराज सिंगला, राजेन्द्र चौपड़ा, प्रदीप झाम्ब सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थिति थे।