परम कल्याणकारी है श्री गणपति अथर्वशीर्ष पाठ, शांतिदायक एवं जीवन के कष्ट दूर करता है : आचार्य
न्यूज़ डेक्स संवाददाता
लेखवारकुरुक्षेत्र, 18 सितम्बर : ब्रह्मसरोवर के तट पर श्री जयराम विद्यापीठ परिसर में श्री गणेश महोत्सव के चलते जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी की प्रेरणा से श्री जयराम संस्कृत महाविद्यालय के वेदपाठी विद्यार्थियों एवं ब्रह्मचारियों ने आचार्य प. राजेश प्रसाद लेखवार शास्त्री के मार्गदर्शन में विधिवत श्री गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ किया। इस अवसर पर पानीपत से आए यजमान विकास कौशिक ने परिवार के सदस्यों के साथ श्रीं गणेश पूजन के उपरांत भंडारा दिया। आचार्य लेखवार ने बताया कि श्री गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ करने से चमत्कारिक लाभ मिलते हैं। यह पाठ मन की सारी कामनाओं को पूरा करता है। विघ्नहर्ता और शुभकर्ता गणपति जी की पूजा करने से मनुष्य को जीवन में किसी चीज की कमी नहीं रह जाती है। उन्होंने बताया कि श्री गणपति जी की पूजा से सुख-समृद्धि, धन और ऐश्वर्य सब कुछ प्राप्त होता है। रोग और वास्तु दोष दूर करने के लिए भी गणपति जी की पूजा बहुत शुभ फल देने वाली मानी गई है। किसी भी मांगलिक कार्य की शुरुआत बिना गणपति पूजा के नहीं होती है। आचार्य लेखवार ने बताया कि श्री गणपति जी के अनेक श्लोक, स्तोत्र, जाप हैं जो यदि मनुष्य पढ़े तो उस पर श्री गणपति जी का आशीर्वाद जरूर रहता है। मान्यता है कि श्री गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ करने से मनुष्य की कोई ऐसी कामना नहीं है जो पूरी नहीं हो सकती। वैसे तो इसे प्रतिदिन पढ़ना चाहिए, लेकिन श्री गणेश उत्सव में विशेष रूप से ये पाठ करना चाहिए। इस अवसर पर श्रवण गुप्ता, के. के. कौशिक, खरैती लाल सिंगला, राजेश सिंगला, पवन गर्ग, सतबीर कौशिक, रोहित कौशिक, प्राचार्य रणबीर भारद्वाज, यशपाल राणा, राम जिवारी, कमल, रामपाल, विकास व पुरुषोत्तम इत्यादि भी मौजूद थे।