यजमान परिवार ने विधिवत मंत्रोच्चारण के साथ किया व्यासपीठ का पूजन
दीप प्रज्वल्लित कर किया कथा का शुभारम्भ
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। पवित्र ब्रह्मसरोवर के तट पर जयराम विद्यापीठ परिसर में जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी की प्रेरणा से श्री मद भागवत पुराण की कथा प्रारम्भ हुई। कथा के पहले दिन व्यासपीठ से कथा के शुभारम्भ से पूर्व दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर से कथा के यजमान पानीपत से अशोक सिंघल, शशि सिंघल, मुकेश गुप्ता, सुलक्षणा गुप्ता, अनिल गुप्ता, अनीता गुप्ता, पुनीत गुप्ता, रेखा, प्रवीण गुप्ता, किरण, राजेश गुप्ता व मीनू गुप्ता इत्यादि भागवत पुराण को सिर पर पवित्र कलशों के साथ धारण कर व्यासपीठ पर लेकर आए। इस अवसर पर यजमान परिवार एवं वृन्दावन से आए प्रसिद्ध कथावाचक राघव कृष्ण ने विधिवत मंत्रोच्चारण के साथ व्यासपीठ का पूजन किया। इसके उपरांत दीप प्रज्वलित कर कथा का शुभारम्भ किया गया। कथावाचक ने कहा कि भागवत कथा के श्रवण से पहले इसके आध्यात्मिक तथा सामाजिक अर्थ को समझना होगा, तभी मानव जीवन के वास्तविक दर्शन होंगे। भागवत पुराण की व्याख्या व कथा श्रवण का महत्व बताते हुए कहा कि भागवत में ही जीवन के वास्तविक दर्शन हैं और यहीं से मुक्ति का मार्ग प्राप्त होता है। उन्होंने कथा में कहाकि कुरुक्षेत्र वह पवित्र भूमि है, जहां गीता स्वयं भगवान श्री कृष्ण के मुखारविंद से गीता उत्पन्न हुई। अनिल गुप्ता ने बताया कि सात दिन तक यह भागवत कथा चलेगी। इस अवसर पर श्रवण गुप्ता, के. के. कौशिक, राजेश सिंगला, खरैती लाल सिंगला, जे. पी. भारद्वाज, यशपाल राणा, पवन गर्ग, सतबीर कौशिक, रोहित कौशिक, रणबीर भारद्वाज इत्यादि भी मौजूद थे।