न्यूज डेक्स संवाददाता
जींद। जिलेभर में बुधवार को जोरदार बारिश हुई। जिससे शहर में सड़कें और गलियां तालाब बनी नजर आई, घरों में भी पानी घुस गया। बारिश की वजह से लोग भी घरों से नहीं निकले। लघु सचिवालय, नागरिक अस्पताल में सन्नाटा पसरा रहा। वहीं खेतों में भी जलभराव होने से शामलो कलां, पोली समेत काफी जगह फसलें डूब गई। जलभराव की वजह से हजारों एकड़ फसल खराब होने का खतरा है। सबसे ज्यादा जुलाना में 110 और जींद में 99 एमएम बारिश हुई। मौसम विभाग ने वीरवार को भी बारिश होने की संभावना जताई है। बुधवार अलसुबह ही बारिश शुरू हो गई थी। दोपहर बाद तक बारिश होती रही। जींद शहर में नरवाना रोड, बत्तख चौक, सब्जी मंडी रोड, रानी तालाब आरा रोड, पटियाला चौक, भिवानी रोड और बाहरी कालोनियों में सड़कों व गलियों में पानी भरने की वजह से वाहन चालकों को परेशानी हुई।
वहीं पाश इलाके स्कीम नंबर पांच, छह, अर्बन एस्टेट समेत में गलियों में पानी भरा था। फेसबुक, व्हाट्सएप पर लोग सड़कों, गलियों व मकानों में भरे पानी के फोटो व वीडियो अपलोड कर शहर में हुए जलभराव के लिए लोग प्रशासन और सरकार को कोसते रहे। नगर परिषद ने बरसाती पानी की निकासी के लिए अमरूत योजना के तहत करीब 35 करोड़ रुपये खर्च कर पाइप लाइन डलवाई है। जिससे आधे शहर का बरसाती पानी किनाना-कालवा ड्रेन में डाला जाना है। रोहतक रोड, भिवानी रोड, स्कीम नंबर पांच-छह, सफीदों रोड का पानी इस लाइन में छोड़ा गया। लेकिन तेज बारिश की वजह से इंतजाम भी नाकाफी नजर आए। वहीं हुडा और जन स्वास्थ्य विभाग के सीवर बैक मारने लगे। जिससे पानी निकासी में दिक्कत आई।
-डीएमसी और नप अधिकारियों ने किया निरीक्षण
शहर में जलभराव वाले क्षेत्रों का जिला नगर आयुक्त संजय बिश्नोई ने नगर परिषद ईओ सुशील कुमार, एक्सईएन सुमित मलिक के साथ निरीक्षण किया। जहां-जहां जलभराव था, वहां पंप सेट लगवाए गए। कई जगह जन स्वास्थ्य विभाग के सीवर बैक मार थे, उनके ढक्कन खोलकर साफ कराए गए। ईओ सुशील कुमार ने बताया कि नई सब्जी मंडी में पंपिंग स्टेशन चल रहा है। जिससे बरसाती पानी की निकासी हो रही है। वहीं भिवानी रोड, एसपी आवास के पास व अन्य स्थानों पर जरूरत के अनुसार पंप लगाकर पानी की निकासी की जा रही है।
-कहां कितनी बारिश-
जुलाना : 110 एमएमजींद : 99 एमएमनरवाना : 49 एमएमपिल्लूखेड़ा : 47 एमएमसफीदों : 25 एमएमउचाना : 22 एमएमअलेवा : 13 एमएम-
किसान 72 घंटे के अंदर करें नुकसान की शिकायत
जिला कृषि उप निदेशक डा. सुरेंद्र मलिक ने बताया कि बारिश से कपास और बाजरे की फसल को नुकसान है। वहीं पीआर और 1509 धान की भी कटाई शुरू होने वाली है। इसमें भी नुकसान की आशंका है। जिन किसानों ने फसल का बीमा कराया हुआ है। वे किसान 72 घंटे के अंदर जिला कृषि विभाग कार्यालय में शिकायत दें। मुरबा व किल्ला नंबर, आधार कार्ड, बैंक खाता नंबर और बैंक से फसल बीमा का आइडी नंबर आवेदन में भरना जरूरी है।
-जुलाना में 110 एमएम बारिश, फसलें डूबी
जुलाना क्षेत्र में बुधवार को सुबह नौ बजे से बरसात शुरू हुई और लगातार कई घंटो तक चलती रही। दोपहर बाद तक 110 एमएम बारिश हुई। जिससे जलभराव होने से फसल को काफी नुकसान हुआ है। किसानों ने जल्द गिरदावरी करवाकर खराब हुई फसलों का मुआवजा देने की मांग की है। वहीं कहीं जगह आबादी तक भी पानी पहुंच गया है। प्रशासन से जल्द निकासी कराने की भी मांग की है। जुलाना में स्कूल से आते समय छात्राओं को सड़क पर जमा हुए पानी से होकर गुजरना पड़ा। जुलाना कस्बे में निकासी व्यवस्था नहीं होने के कारण दुकानों में पानी भर गया। जिससे दुकानों में रखा सामान खराब हो गया।