न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र, 8 सितंबर। देशभर के ग्रामीण क्षेत्रों में कन्याओं को शिक्षित करने उद्देश्य से शिक्षण संस्थानों को स्थापित करने की दूर दृष्टि रखने वाले महान संत एवं श्री जयराम शिक्षण संस्थान के संस्थापक नारी शिक्षा के प्रणेता, मानवता के अग्रदूत ब्रह्मलीन देवेन्द्र स्वरूप ब्रह्मचारी महाराज की पुण्यतिथि पर श्री जयराम शिक्षण संस्थान लोहार माजरा के सभागार में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया।
जयराम संस्थाओं के मीडिया प्रभारी राजेश सिंगला ने बताया कि इस श्रद्धांजलि सभा में जयराम बी.एड.कालेज की प्राचार्या डा. प्रतिभा श्योकंद, श्री जयराम कन्या महाविद्यालय की शीला बठला, श्री मती केसरी देवी लोहिया जयराम पब्लिक की प्राचार्या अंजू अग्रवाल सहित शैक्षणिक व गैर शैक्षणिक स्टाफ के सदस्यों ने कोरोना महामारी के कारण सामाजिक दूरी बनाते हुए श्रद्धांजलि दी। सभी ने शक्ति- पुंज, शांति के उपासक ब्रह्मलीन देवेंद्र स्वरूप ब्रह्मचारी महाराज को आस्था के साथ श्रद्धासुमन अर्पित किए।
प्राचार्यों एवं प्राध्यापिकाओं ने शिक्षा के क्षेत्र में उनके द्वारा दिए गए योगदान की सराहना की। सभी ने उनकी शिक्षाओं एवं सिद्धान्तों का स्मरण करते हुए उनके प्रति अपने विचार व्यक्त किए। प्राचार्या अंजू अग्रवाल ने कहा कि आज हम जिस पावन धरा पर खड़े हैं, अध्यापन कार्य एवं अध्ययन कर रहे हैं, यह उन्हीं पुण्यात्मा के कठिन परिश्रम का प्रतिफल है।
उन्होंने कहा कि हमें उन सन्तमना महामानव की शिक्षाओं को जीवन में उतारने का भरसक प्रयास करना चाहिए। उनके द्वारा जो शिक्षा रूपी यज्ञ आरम्भ किया गया, उसमें अपनी मेहनत एवं लग्न की आहुति डालकर इसको पूर्ण करने में अपना योगदान देना है। बी.एड. की प्राचार्या डा. प्रतिभा श्योकंद ने कहा कि उनके द्वारा किए गए कार्य अत्यन्त सराहनीय है, उनमें कन्या शिक्षा एक अहम् बिन्दु है जिसने ग्रामीण अंचल की धरा की दिशा एवं दशा दोनों ही परिवर्तित कर दी। हमें उनके द्वारा बताई गई सत्य की राह पर चलकर इस संस्था का नाम रोशन करना है।