न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। आज आंगनबाड़ी वर्कर एंड हेल्पर यूनियन के बैनर तले जिला मुख्यालय पर अपनी मांगों को लेकर आंगनबाड़ी वर्कर और हेल्पर का धरना प्रदर्शन जारी रहा। धरना प्रदर्शन की अध्यक्षता यूनियन की प्रधान परमजीत कौर ने परमजीत कौर ने की तथा मंच संचालन रेखा भिवानी खेड़ा ने किया। धरना प्रदर्शन में आंगनबाड़ी वर्कर और हेल्पर ने भारी संख्या में हिस्सा लिया। अपनी मांगों के साथ साथ काले कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन का समर्थन किया गया और यूपी में लखीमपुर खीरी में भाजपा के मंत्री और उसके आदमियों द्वारा शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे किसानों की हत्या की कड़ी निंदा की गई।
इस घटना ने पुनः साबित कर दिया है कि भाजपा और इसके लोग किसान, मजदूर के शत्रु हैं और हिटलर की तरह तानाशाह लोग हैं। योगी मोदी की सरकार पूरी तरह लोकतंत्र विरोधी अडानी अंबानी जैसे कारपोरेट पूंजीपतियों की प्रबंधक सरकार है।मीडिया के नाम जारी संदेश में यूनियन नेताओं रेखा भिवानी खेड़ा, मीना ,जसबीर कौर, शारदा, परमिंदर कौर, जसविंदर कौर, राजकुमारी आदि ने कहा कि मोदी व खट्टर सरकार आंगनबाड़ी को पूंजीपतियों के लिए मुनाफे कमाने का सौदा बनाने वाली है और इसीलिए एक NGO के हवाले किया जा रहा है।
हरियाणा की भाजपा सरकार द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों को प्लेवे स्कूलों के नाम पर एक निजी एनजीओ को सोंपे जाने के जन विरोधी कदम का हमारी यूनियन कड़ा विरोध कर रही है। हमने विरोधस्वरूप आंगनबाड़ी केंद्रों में सरकार के इस जन विरोधी कदम के खिलाफ ताले लगा दिये हैं और ये ताले तब खुलेंगे जब हरियाणा सरकार और महिला एवं बाल विभाग की मंत्री आंदोलनकारी आंगनबाड़ी वर्कर्स का दमन बंद करेगी, टर्मिनेट की गई यूनियन नेता कमला दयोरा को बहाल करेगी व रंजिशन बनाए गए झूठे मुकदमें ख़ारिज करेगी, आंगनबाड़ी केंद्रों को निजी एनजीओ को सोंपने का फैसला वापिस लेगी, आंगनबाड़ी वर्कर और हेल्पर को सरकारी श्रमिक का दर्जा व वेतन आयोग के अनुसार वेतन-भत्ते और अन्य सुविधाएं देगी, रिटायर होने पर पेंशन, मेडिकल सुविधा आदि देगी।इस बारे ज्ञापन डी सी कुरुक्षेत्र को दिया गया।
नेताओं ने कहा कि सारे देश के किसानों, मजदूरों, छात्रों, नौजवानों, कर्मचारियों द्वारा तथा दुनिया भर में जारी व्यापक विरोध के बावजूद भारत की केन्द्र सरकार काले कृषि कानूनों को लागू करने पर आमादा है। चन्द कॉरपोरेट घरानों की पुछल्ली केन्द्र सरकार की संवेदनहीनता से इस दौरान 700 के लगभग आन्दोलनकारियों की शहादत हुई है। किसानों की मांगें मानना तो दूर तानाशाह मोदी सरकार इस आन्दोलन को कुचलने के तरह-तरह के हथकण्डे अपना रही है। कल उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी ज़िले के तिकोनिया में केन्द्रीय गृह राज्य मन्त्री अजय मिश्रा व उपमुख्यमंत्री केशव प्रशाद मौर्य के कार्यक्रम का शान्तिपूर्वक विरोध कर रहे किसानों पर पुलिस-प्रशासन की शह में केन्द्रीय मन्त्री के बेटे की अगुआई में आरएसएस- बीजेपी के गुण्डों ने प्रदर्शनकारी किसानों पर गाडियां चढ़ा दी।घटना में छह किसानों की मृत्यु हो गयी तथा कई किसान घायल हो गए।
इस नृशंस घटना का हमारी यूनियन कड़ा विरोध करती है और सरकार से मांग करती है कि:1. केन्द्र सरकार केन्द्रीय राज्य गृहमन्त्री अजय मिश्र टेनी को तुरन्त बर्खास्त करे।2. मंत्री के बेटे आशीष और उसके साथी गुन्डों पर तुरन्त 302 (हत्या) का मुकदमा दर्ज हो और इसकी जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में उत्तर प्रदेश से बाहर हो तथा आरोपियों को एक साल के भीतर सबकिया सजा दी जाए।3. सभी मृतकों को परिवारों को 50 लाख व घायलों को 5 लाख मुआवजा दिया जाए।