चंडीगढ़, 8 सितंबर।हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने विश्व साक्षरता दिवस के अवसर पर लोगों का आह्वान किया है कि वे अपने आसपास के निरक्षर व गरीब बच्चों का साक्षर बनना सुनिश्चित करें क्योंकि बच्चे देश की धरोहर और भावी राष्ट्रनिर्माता हैं। विश्व साक्षरता दिवस के अवसर पर जारी एक संदेश में शिक्षा मंत्री ने कहा कि हर बच्चे को अच्छी से अच्छी शिक्षा और संस्कारों का ज्ञान होना अति आवश्यक है ताकि वे आगे चलकर राष्ट्र को अच्छी दशा व दिशा देने में सक्षम हो पाएं। उन्होंने कहा कि इसलिए पाठशालाओं में बच्चों को अच्छी शिक्षा और संस्कारों का ज्ञान दिया जाना चाहिए।
कंवर पाल ने कहा कि हाल ही में घोषित की गई नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में भी इस बात पर मुख्य रूप से बल दिया गया है कि देश का कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे। हर बच्चे को प्री-स्कूल से लेकर उच्चत्तर शिक्षा स्तर तक की शिक्षा उसकी सुविधा एवं सहजता से उपलब्ध करवाने के लिए नई शिक्षा नीति में आमूलचूल परिवर्तन किये गए हैं। उन्होंने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी के वर्तमान युग में सभी के लिए साक्षर होना आवश्यक है इसीलिए बच्चों को गुणवत्तापरक शिक्षा प्रदान करने पर बल दिया जाना चाहिए।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के लिए पंचायती राज, शहरी स्थानीय निकाय के जनप्रतिनिधियों से लेकर देश की संसद व राज्यों की विधानसभाओं के प्रतिनिधियों के साथ-साथ शिक्षा के महत्व व मकसद को बखूबी समझने वाले हर शिक्षाविद से सुझाव आमंत्रित किये गये और 2 लाख से अधिक सुझावों को नई शिक्षा नीति में समायोजित किया गया, जो इस नीति की सबसे बड़ी विशेषता है। कंवर पाल ने लोगों से अपील की है कि वे इस बात का संकल्प लें कि देश का कोई भी बच्चा निरक्षर न रहे और यही साक्षरता दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य है।