एलएनजेपी सहित 7 सीएचसी सैंटर में भी कलेक्शन की जा रही है सैंपल की
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र, 9 सितंबर। उपायुक्त शरणदीप कौर बराड़ ने कहा कि कुरुक्षेत्र जिले में कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से अधिक से अधिक सेंपल लिए जाएंगे। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की टीमें शहर के हर वार्ड और हर गांव में कोरोना वायरस के सेंपल एकत्रित कर रही है। इतना ही नहीं लोगों की सुविधा के लिए 10 निजी अस्पतालों में भी कोरोना वायरस कलैक्शन सैंटर स्थापित कर दिए गए है। इन अस्पतालों में भी लोग अपने सैम्पल दे सकते है।
उपायुक्त शरणदीप कौर बराड़ ने बुधवार को बातचीत करते हुए बताया कि जिला सिविल सर्जन डा. सुखबीर सिंह की रिपोर्ट के अनुसार कुरुक्षेत्र जिले में एलएनजेपी अस्पताल, सीएचसी मथाना, सीएचसी बाबैन, सीएचसी लाडवा, सीएचसी शाहबाद, सीएचसी झांसा, सीएचसी पिहोवा के साथ-साथ 4 मोबाईल सैंपल टीमें कोरोना वायरस से सम्बन्धित सैंपल एकत्रित कर रही है। इस जिले में अधिक से अधिक सैंपल एकत्रित करने के लिए अब 10 निजी अस्पतालों को भी कलैक्शन करने की भी अनुमति स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जारी कर दी गई है।
उन्होंने कहा कि निजी अस्पतालों में आदेश मेडिकल कॉलेज अस्पताल, मीरीपीरी मेडिकल कॉलेज अस्पताल, अग्रवाल अस्पताल सलारपुर रोड कुरुक्षेत्र, अरोग्यम अस्पताल कुरुक्षेत्र, डा. ललित अस्पताल कुरुक्षेत्र, विर्क अस्पताल कुरुक्षेत्र, राधा कृष्ण अस्पताल कुरुक्षेत्र, सिम्स अस्पताल कुरुक्षेत्र, सिद्धार्थ अस्पताल शाहबाद और सरस्वती मिशन अस्पताल पिहोवा में कोरोना वायरस सैम्पल कलैक्शन सैंटर बनाएं गए है।
उन्होंने कहा कि कुुरुक्षेत्र जिले में कोरोना वायरस का फैलाव तेजी के साथ हो रहा है। इस जिले में कोरोना के संक्रमण को काबू करने के लिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, चिकित्सक और कर्मचारी दिन-रात मेहनत कर रहे है। इन तमाम अधिकारियों के प्रयास तभी सार्थक होंगे जब कुरुक्षेत्र के लोग आगे आकर अपने-अपने सैंपल करवाएंगे। जब लोग सैंपल करवाएंगे तो निश्चित ही तथ्य सामने आएंगे कि किन-किन लोगों को संक्रमण हुआ है। जब संक्रमण का पता चलेगा तो कोरोना पर काबू पाना आसान होगा, यह तभी संभव हो पाएगा जब प्रत्येक व्यक्ति अपने सैम्पल की जांच करवाएंगा।
उन्होंने कहा कि प्रशासन ने लोगों की सुविधा के लिए कुरुक्षेत्र, शाहाबाद, पिहोवा में भी निजी अस्पतालों में कलैक्शन सैंटर स्थापित कर दिए है। अगर किसी व्यक्ति को कहीं भी कोई शिकायत या परेशानी आती है तो वह संबंधित क्षेत्र के एसएमओ और सीएमओ से भी सम्पर्क कर सकता है। प्रशासन का प्रयास है कि किसी भी व्यक्ति को जरा सी भी परेशानी ना आने दी जाए।