पिछले माह 23 सितंबर को की थी वारदात, पुलिस रिमांड पर
न्यूज डेक्स संवाददाता
जींद।पिछले महीने 23 तारीख को सिविल अस्पताल में स्वास्थ्य चैकअप के लिए लाए गए हत्या के आरोपी राजपुरा भैण के विनय को छुड़ाने की कोशिश करने के आरोपी जमालपुर शेरखां निवासी बिट्टू, हांसी के पवित्र, सिसाय के अंकित और नवीन को सीआईए स्टाफ ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इन आरोपियों के कब्जे से 7 अवैध पिस्तौल और 7 जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं। बिट्टू, पवित्र और अंकित को हिसार से जबकि नवीन को पुलिस लाइन के पास से काबू किया है। सीआईए ने शुक्रवार को आरोपी बिट्टू, पवित्र और अंकित को कोर्ट में पेश किया, जहां कोर्ट के आदेश पर बिट्टू को 6 दिन तथा पवित्र और अंकित को 2 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है।
गौरतलब है कि 23 सितम्बर सुबह जिला जेल से सिविल अस्पताल में चैकअप के लिए लाए हत्या, लूट और हत्या के प्रयास के आरोपी विनय को पुलिस हिरासत से छुड़वाने के लिए लगभग 10 बदमाशों ने पुलिस पार्टी पर हमला कर दिया था। विनय के साथी प्रदीप वासी सिसाय, धर्मेद्र उर्फ जौन्दा निवासी फरमाणा बादशाहपुर, अंकित निवासी सिसाय, राहुल उर्फ बाडी निवासी ब्राहम्णवास, पवित्र निवासी बीबीपुर और बिटटू कार तथा बाइक पर सवार होकर सिविल अस्पताल के पास रैकी की थी। पुलिस की आंखों में मिर्ची पाउडर और असलों से हमला करके अपने साथी को छुड़वाने की फिराक में थे। जैसे ही पुलिस की गार्द विनय को लेकर सरकारी अस्पताल में दाखिल हुई तो कार में बैठे 3-4 लड़के विनय को छुड़वाने लिए आगे बढ़े तभी पुलिस ने उन्हे पकडऩे की कोशिश की तो कार में बैठे 2-3 युवक कार से उतर कर भागने लगे। उनमें से एक युवक ने पुलिस की तरफ फायर भी कर दिया था।
पुलिस ने इस मामले में 6 को नामजद कर 4-5 अन्य के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी थी। -आरोपियों के खिलाफ पहले भी दर्ज हैं मामले -हत्या के आरोपी को छुड़ाने की कोशिश करने के कुल 8 आरोपियों को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है। अभी और आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जाएगा। सीआईए ने अभी 4 आरोपियों को पकड़ा है। जिनके खिलाफ पहले भी अलग-अलग कई मामले दर्ज हैं। आरोपी बिट्टू को कोर्ट के आदेश पर 6 दिन और पवित्र तथा अंकित को 2 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है। आरोपी नवीन के खिलाफ अन्य लूट और अन्य मामलों में 7 केस दर्ज हैं। बिट्टू के खिलाफ हत्या करने की कोशिश करने सहित कुल 11 केस दर्ज हैं। अंकित और पवित्र के खिलाफ लड़ाई-झगड़े के कई मामले दर्ज हैं।