-महिलाशक्ति आज किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं तो बेटियों को क्यों कोख में मरवाते हैं लोग : डा. राजा सिंगला
महिला मंडल ने सुनाई मां की भेंट
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र।
ब्रह्मसरोवर तट स्थित प्राचीन श्रीदुर्गा माता मंदिर में नवरात्र के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा की गई। दिन भर मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं का आगमन होता रहा। सायं को मां ब्रह्मचारिणी की विशेष आरती की गई, जिसमें मुख्यातिथि के तौर पर आयुष विभाग के स्टेट ड्रग टेस्टिंग लैब प्रभारी डा. राजा सिंगला पहुंचे। उन्होंने सायं पूजन में भाग लिया और मां की आरती की। पंडित अभिषेक गौड़ और तुषार गौड़ ने पूजा करवाई। मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को पैक्ड प्रसाद वितरित किया गया। इसके बाद महिला मंडल की ओर से मां की भेंटे सुनाई गई। इससे ब्रह्मसरोवर के आसपास का वातावरण भक्तिमय हो गया। महिला मंडल में नारायणी, सुनीता, सुदेश, ऊषा और निधि ने एक से बढ़कर एक भजन सुनाए। मैया का चोला है रंग लाल और तेरे दरबार में मैया खुशी मिलती है…भजन सुनाए। जिन पर श्रद्धालु झूम उठे।
शुक्रवार को दूसरे दिन प्राचीन श्रीदुर्गा माता मंदिर में मां ब्रह्मचारिणी की विधि विधान से आरती की गई। आरती में मुख्यातिथि के तौर पर डा. राजा सिंगला शामिल हुए। आरती के बाद डा. राजा सिंगला को मंदिर सेवक मंडल के सदस्य अंशुल गौड़ और शुभम शर्मा की ओर से चुन्नरी ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। डा. राजा सिंगला ने कहा कि महिला शक्ति को आज पूरा देश मान रहा है। शिक्षा का क्षेत्र हो या खेलों का महिला शक्ति ने अपने आपको साबित करके दिखाया है। ओलिंपिक में भी सबसे पहला मैडल हासिल करने वाली महिलाशक्ति ही थी। उन्होंने कहा कि कुछ लोग आज भी महिलाओं को कोख में मारने का काम कर रहे हैं, जबकि बेटे तो सिर्फ एक घर का दीपक होते हैं, जबकि बेटियां एक घर नहीं बल्कि दो-दो घरों को रोशन करने वाला चिराग होती हैं। डा. राजा बोले कि वे खुद हरियाणा के एकमात्र श्रीकृष्णा राजकीय आयुर्वेदिक कालेज में एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं और कालेज में 100 में से 60 से 70 बेटियां ही हैं जो चिकित्सक बनने के लिए पढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि नवरात्रोत्सव में हमें संकल्प लेना चाहिए कि बेटों और बेटियों में कोई फर्क नहीं समझेंगे। महिला मंडल सदस्य नारायणी देवी, सुनीता और सुदेश ने एक से बढ़कर एक गीत सुनाए। इस दौरान श्रवण कुमार, राजा शर्मा, कृष्ण कुमार मौजूद रहे।