लखीमपुर खीरी मामले में गृहमंत्री की किसान नेताओं को धैर्य से काम लेने की सलाह
प्रदेश के किसानों को समझदार बताया गृहमंत्री विज ने
न्यूज डेक्स संवाददाता
अंबाला। हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के मौन व्रत पर चुटकी ली है। उन्होंने कहा कि सिद्धू यदि स्थाई तौर पर मौन व्रत रखें तो इससे देश व कांग्रेस को शांति मिलेगी। मंत्री विज ने कांग्रेस को डूबता हुआ जहाज करार दिया है,जबकि लखीमपुर खीरी मामले में किसान नेताओं को भी धैर्य रखने की सलाह दी है। उन्होंने हरियाणा के किसानों को समझदार बताते हुए पराली न जलाने की भी सलाह दी है। कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू लखीमपुर खीरी घटना के दोषियों की गिरफ्तारी होने तक मौन व्रत पर बैठ गए है। इस पर गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने निशाना साधते हुए कहा कि लखीमपुर खीरी में प्रशासन अपनी कार्रवाई में लगा हुआ नवजोत सिंह सिद्धू अगर परमानेंट मौन व्रत रख ले तो इससे कांग्रेस ओर देश दोनों को शांति मिलेगी।
कांग्रेस की नईया डूबने वाली : अनिल विज
नवजोत सिद्धू द्वारा पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी द्वारा पंजाब में कांग्रेस को डूबोने वाले बयान पर गृह मंत्री अनिल विज ने निशाना साधते हुए कहा कि जब कोई जहाज डूबता है तो वो लड़खड़ाने लगता है। उन्होंने कहा कांग्रेस का हाल कुछ ऐसा ही है, यह इसी ओर इशारा है कि कांग्रेस की नईया डूबने वाली है।
लखीमपुर मामले में निष्पक्ष कार्रवाई कर रही सरकार
लखीमपुर खीरी मामलें में गिरफ्तारी न होने से खफा संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा 18 अक्टूबर को रेल रोको प्रदर्शन करने का ऐलान किया गया है। इसपर गृह मंत्री अनिल विज ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि लखीमपुर खीरी घटना पर उत्तरप्रदेश सरकार निष्पक्ष कार्रवाई कर रही है। मामले में जांच की जा रही है। उन्होंने किसानों से इस मामले में धैर्य रखने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि किसानों को इस मामले में धैर्य से काम लेने चाहिए।
गृह मंत्री ने कहा हरियाणा का किसान समझदार
अरविंद केजरीवाल द्वारा हरियाणा सरकार को दिल्ली सरकार की तरह किसानों को पराली निष्क्रिय घोल मुहैया करवाने की सलाह दी है। इस पर गृह मंत्री विज ने पलटवार करते हुए कहा क हरियाणा का किसान बहुत ही समझदार है, प्रदेश का किसान पराली जलाने से मिट्टी व पर्यावरण को होने वाले नुकसान को समझता है। हरियाणा सरकार भी पराली न जलाने को लेकर लगातार किसानों को जागरूक कर रही है।