न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र,9 सितंबर।
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) कुरूक्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के उपलक्ष्य में ‘नई शिक्षा नीति 2020 में साक्षरता’ विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया। ऑनलाइन आयोजित इस वेबिनार का उद्देश्य व्यक्तियों, समुदायों और समाजों में साक्षरता के महत्त्व को उजागर करना था। इस कार्यक्रम का आयोजन एनआईटीटीटीआर चण्डीगढ़ व एनआईटी कुरूक्षेत्र द्वारा संयुक्त रूप से किया गया था। इस अवसर पर मुख्यअतिथि के रूप में उपस्थित संस्थान के निदेशक पद्मश्री डॉ. सतीश कुमार ने आत्मनिर्भर भारत के लिए स्वदेशी तकनीक के विकास पर जोर दिया। उन्होंने डिजिटल साक्षरता, शिक्षक की बढ़ी हुई भूमिका, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, मशीन सीख और डेटा विज्ञान सहित प्रौद्योगिकी के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में कौशल के विकास पर ध्यान केंद्रित किया और उसके बारे में विस्तार से बताया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे एनआईटीटीटीआर चण्डीगढ़ के प्रोफेसर डॉ. श्याम सुंदर पट्टनायक ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में डिजिटल सामाजिक-शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने सांझेदारी बनाने, नेटवर्किंग बनाने और एनईपी 2020 के सफल कार्यान्वयन के लिए सशक्त होने पर जोर दिया। प्रोफेसर पट्टनायक ने शिक्षण अधिगम संसाधनों के विकास पर एनआईटीटीटीआर चंडीगढ़ की उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला। संस्थान के प्रोफेसर व टीईक्यूआईपी-3 के समन्वयक डॉ. सतहंस ने देश के सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए साक्षरता के महत्त्व पर जोर दिया और राष्ट्रीय साक्षरता नीति 2020 के बारे में विस्तार से बताया।
संस्थान के प्रोफेसर व मुख्या वक्ता डॉ अनुराग गौड़ ने ‘नई शिक्षा नीति 2020 में साक्षरता’ विषय पर अपना मुख्य भाषण दिया। डॉ गौड़ ने कौशल विकास और उद्यमिता पर ध्यान केंद्रित किया और साथ ही उन्होंने बताया कि कौशल विकास और उद्यमशीलता दो ऐसे प्रमुख हथियार हैं जो कि हमारे देश की बेरोजगारी की समस्या को हल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। इसके पश्चात उन्होंने नई शिक्षा नीति में साक्षरता के लिए किए गए प्रमुख प्रावधानों पर भी प्रकाश डाला।
एनआईटीटीटीआर चण्डीगढ़ से अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस 2020 की चेयरपर्सन शानो सोलंकी ने यूनेस्को की अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दृष्टि को रेखांकित करते हुए अतिथियों का स्वागत किया। एनआईटीटीटीआर चंडीगढ़ के डॉ अशोक कुमार इस आयोजन के समन्वयक थे। इस कार्यक्रम में लगभग 200 के करीब प्रतिभागी भाग ले रहे थे जो कि देश के विभिन्न हिस्सों से गूगल के माध्यम से कार्यक्रम में शामिल हुए थे।