निजीकरण के विरोध में कई जोरदार नारेबाजी
न्यूज डेक्स संवाददाता
जींद।अपनी मांगों कों को लेकर विगत 1 अक्टूबर से लघु सचिवालय के बाहर धरनारत आंगनबाड़ी वर्कर्स बुधवार को सरकार विरोधी नारेबाजी नारेबाजी करते हुए जींद से भाजपा विधायक डॉ कृष्ण लाल मिड्डा के आवास का घेराव करने पहुंच गई। इस दौरान पुलिस प्रशासन ने उन्हें बेरिकेट्स लगाकर मुख्य सड़क पर ही रोक लिया। आवास पर जाने वाले अन्य रास्तों पर भी चौकसी बढ़ा दी।विधायक डॉ कृष्ण मिड्डा सुबह ही चंडीगढ़ निकल गए थे। पुलिस अधिकारियों ने उन्हें समझाने का प्रयास किया, मगर वे नहीं मानी । वे विधायक से मिलकर अपना ज्ञापन सौंपना चाहती थी। विधायक प्रतिनिधि या किसी अन्य अधिकारी को ज्ञापन देने से उन्होंने इनकार कर दिया। विधायक के न मिलने के कारण करीब एक घंटा सरकार विरोधी नारेबाजी कर वे बिना ज्ञापन दिए ही वापस लौट गई।आंगनबाड़ियों को निजी हाथों में सौंपने के सरकारी प्रयासों के विरोध में जिले की आंगनबाड़ी वर्कर्स विगत 1 अक्टूबर से लघु परिसर में धरना दे रही है।
बुधवार को धरनास्थल से बड़ी संख्या में आंगनबाड़ी वर्कर जुलूस की शक्ल में गोहाना रोड, सफीदों गेट, पुरानी सब्जी मंडी होते हुए विधायक निवास के समीप पहुंची। इस दौरान वर्कर्स ने अपने हाथों में सरकार विरोधी नारे लिखी हुई तख्तियां उठाई हुई थी। जोरदार नरेबीजी भी कर रही थी।इस दौरान मुख्य मार्ग पर वाहनों की लंबी लाइन लग गई और वाहन चालकों को काफी परेशानी हुई। आंगनबाड़ी वर्कर यूनियन का आरोप है कि आंगनबाड़ी वर्कर का शोषण किया जा रहा है। मेहनताना तो नाममात्र दिया जाता है, लेकिन काम एक सरकारी कर्मचारी से ज्यादा लिया जा रहा है। सरकार उन्हें भी कर्मचारी का दर्जा दे और उसी के अनुसार वेतन दिया जाए।आंगनबाड़ी वर्कर यूनियन की जिला प्रधान राजबाला ने कहा कि छह-छह माह तक वेतन नहीं दिया जाता। जबकि उनसे आंगनबाड़ी में बच्चों को संभालने, राशन बांटने, कोरोना वैक्सीनेशन समेत विभिन्न सर्वे के काम लिए जाते हैं। सरकार ने उन्हें एनजीओ के भरोसे छोड़ दिया। प्रधान राजबाला ने कहा कि वे आंगनबाड़ियों का निजीकरण नहीं होने देंगी, चाहे उन्हें कितनी भी बड़ी कुर्बानी क्यों न देनी पड़े।सैकड़ों की तादात में शामिल आंगनबाड़ी वर्कर्स उर्मिला, अनिता, कमल राणा, रामरती व दयावंती ने उनकी मांगें जल्द पूरी करने की मांग करते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।