वृद्धाश्रम के बुजुर्गों ने बीकानेर से आई महिला का किया जोरदार स्वागत व जन्मदिन की की खूब मस्ती
प्रेरणा वृद्धाश्रम में दूर दूर से अपने जीवन की खुशियां सांझा करने लोग पहुंचते हैं
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। प्रेरणा वृद्धाश्रम केवल एक संस्था नहीं बल्कि बहुत बड़ा परिवार बन गया है। अब तो देश विदेश के लोग और अन्य राज्यों से भी लोग अपनी खुशियां उन बुजुर्गों के साथ सांझा करने पहुंचते हैं। जिन बुजुर्गों को अपने ही लोगों ने नकार दिया व घर से बेघर कर दिया। ऐसा ही एक नजारा दशहरे के दिन प्रेरणा वृद्धाश्रम में देखने को मिला, जब बीकनेर राजस्थान से विजय लक्ष्मी नाम की महिला बुजुर्गों के साथ अपना जन्मदिन मनाने पहुंची। विजय लक्ष्मी के जन्मदिन पर वृद्धाश्रम के बुजुर्गों ने बहुत ही जोरदार तरीके से फूल मालाओं के साथ स्वागत किया। विजय लक्ष्मी को उनके जन्मदिन पर पगड़ी बांधी गई। सबसे पहले बुजुर्गों एवं विजय लक्ष्मी ने प्रेरणा परिसर में शहीदी स्मारक पर देश के शहीदों को श्रद्धा पुष्प अर्पित किए।
इस के उपरांत मंदिर में सभी ने मिलकर पूजा अर्चना की और विजय लक्ष्मी के लम्बे जीवन एवं स्वास्थ्य की कामना की। प्रेरणा वृद्धाश्रम में बुजुर्गों और विजयलक्ष्मी की खुशी का नजारा देखने वाला था। जन्मदिन का केक काटा गया। खूब गीत गाये और मस्ती हुई। प्रेरणा संस्था एवं वृद्धाश्रम के संस्थापक जय भगवान सिंगला ने कहा कि प्रेरणा वृद्धाश्रम अब लोगों के लिए आस्था का केंद्र बनता जा रहा है। दूर दूर से देश के अन्य राज्यों से लोग अपनी खुशियां बुजुर्गों के साथ बांटने के लिए वृद्धाश्रम में पहुंचते हैं। उन्होंने बताया कि आज दशहरे के दिन बीकानेर से महिला विजय लक्ष्मी अपना जन्मदिन मनाने के लिए प्रेरणा वृद्धाश्रम के लोगों के बीच पहुंची हैं। ऐसे में विजय लक्ष्मी ने दशहरे का परिवार के लोगों के साथ न मनाकर वृद्धाश्रम के बुजुर्गों के साथ मनाने का निर्णय लिया। सिंगला ने कहा कि अब प्रेरणा वृद्धाश्रम एक बड़ा परिवार बन चुका है।
विजय लक्ष्मी ने जिस प्रकार त्यौहार के दिन यहां प्रेम प्रदर्शित किया है यह प्रेरणा के लिए सौभाग्य की बात है। प्रेरणा के सदस्यों और विशेषकर महिलाओं की खुशी देखने लायक थी कि बीकानेर से महिला अपना जन्मदिन मनाने के लिए दशहरे के त्यौहार पर बुजुर्गों के बीच पहुंची हैं। सिंगला ने कहा कि यह प्रेरणा का आकर्षण और सौभाग्य है कि जो भी एक बार वृद्धाश्रम में आता है वह यहीं का होकर रह जाता है। सिंगला ने बताया कि बीकानेर की महिला विजय लक्ष्मी आठ साल पहले एक बार आई थी और उसके बाद अपने जीवन का हर सुख दुःख यहीं से सांझा करती हैं। उन्होंने कहा कि प्रेरणा से लोग प्रेरणा लें और अपने जीवनं की हर खुशी बुजुर्गों के साथ सांझा करें। प्रेरणा की अध्यक्षा रेणू खुंगर ने कहा कि विजय लक्ष्मी पिछले कई वर्षों से वृद्धाश्रम में आ रही हैं और यहां आकर रूकती हैं। बुजुर्गों के साथ अपने खुशी के पल बिता कर खूब आनंद लेती हैं। वृद्धाश्रम के बुजुर्ग भी विजय लक्ष्मी के आने पर खूब प्रसन्न होते हैं।
विजय लक्ष्मी इन बुजुर्गों के बीच अपना मायका होने का भी अहसास करती हैं। विजय लक्ष्मी भी बुजुर्गों के बीच प्रसन्न नजर आई और कहा कि उन्हें यहां कर बहुत अच्छा लगता है। खुशी का मौका मिलता है। जीवन में आगे भी मौका मिलता रहा तो आती रहेंगी। अम्बाला से आई महिला ने कहा कि सुनकर बहुत अच्छा लगता है कि लोग दूर दूर से आते हैं। वृद्धाश्रम में आकर अपना जन्मदिन, सालगिरह व अन्य खुशियां बुजुर्गों के साथ सांझा करते हैं। कई बार तो लगता है कि लोग अपने परिवार से अधिक प्रेरणा के बुजुर्गों से प्रेम करते हैं।