प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से की अपील, केंद्र सरकार की तरफ से महाराजा अग्रसेन जी की जयंती पर अवकाश रखा जाए
विवाह-शादी में पहली मिलनी महाराजा अग्रसेन जी के नाम पर समाज के हर परिवार को निकालनी चाहिए : सिंगला
महाराजा अग्रसेन जी ने गरीब व जरूरतमंद की मदद करते हुए अनेकों योजनाएं लागू की थी : सिंगला
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। अग्रोहा धाम अग्रोहा विकास ट्रस्ट के प्रदेश प्रचार मंत्री राजेश सिंगला ने कुरुक्षेत्र में बताया कि ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग के मार्गदर्शन में अग्रोहा धाम में शरद पूर्णिमा पर 20 अक्टूबर को वार्षिक मेला का आयोजन किया जाएगा। जिसमें प्रातः 6ः00 बजे शक्ति सरोवर स्नान, 10ः00 बजे 56 भोग, 11ः00 बजे ध्वजारोहण व 2ः00 बजे भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम व सम्मेलन होगा। सिंगला ने कहा कि हमें गर्व है कि हम महान पुरुष महाराजा अग्रसेन जी के वंश है। महाराजा अग्रसेन ऐसे महान शासक थे व कर्मयोगी लोकनायक तो थे ही साथ साथ संतुलित एवं आदर्श समाजवादी व्यवस्था के निर्माता भी थे।
उन्होंने कहा कि महाराजा अग्रसेन जी समाजवाद के प्रणेता, गणतंत्र के संस्थापक, अहिंसा के पुजारी व शांति के दूत थे। उनका युग रामराज्य की एक साकार संरचना था। सिंगला ने बताया कि महाराजा अग्रसेन जी ने गरीब व जरूरतमंद की हर प्रकार की सहायता करते हुए अनेकों योजनाएं अपने राज्य में लागू की। सबसे लोकप्रिय योजना उनके राज्य में जो भी गरीब व्यक्ति आता था उनको हर घर से एक ईंट एक मुद्रा दी जाती थी। ईंट से गरीब व्यक्ति रहने के लिए अपना मकान बना लेता था। मुद्रा से व्यापार करके अपने परिवार का पालन कर लेता था।
उन्होंने कहा कि हम सबको एकजुट होकर महाराजा अग्रसेन जी के बताए हुए सिद्धांतों पर चलकर ज्यादा से ज्यादा जनता की सेवा करनी चाहिए। सिंगला ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने वैश्य समाज से अपील की है कि वह विवाह-शादियों में पहली मिलनी महाराजा अग्रसेन जी के नाम पर निकालकर अग्रोहा धाम में जमा करवाए व विवाह शादियों में फिजूल खर्च पर अंकुश लगाए। राष्ट्रीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी अपील की है कि वह महापुरुष महाराजा अग्रसेन जयंती पर केंद्र सरकार की तरफ से अवकाश रखा जाए जबकि हरियाणा में तो महाराजा अग्रसेन जयंती पर अवकाश किया हुआ है। इस मौके पर विनय गुप्ता, कपिल मित्तल, अशोक गर्ग, मुनीश मित्तल, प्रमोद बंसल, संजीव गर्ग, विनय गुप्ता व विजय गर्ग आदि भी मौजूद थे।