भारी पुलिस बल रहा तैनात-न्याय नहीं मिला तो 18 अक्टूबर से करेंगे अनिश्चितकालीन धरना शुरू
न्यूज डेक्स संवाददाता
जींद। छात्तर गांव में दलितों के सामाजिक बहिष्कार की घटना के विरोध में शनिवार को निर्धारित कार्यक्रम के तहत भीम आर्मी के बैनर तले विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दौरान सीएम, डिप्टी सीएम, डीसी व जींद के एसपी के पुतले फूंके गए। इस दौरान ऐलान किया गया कि यदि कल तक न्याय नहीं मिला तो 18 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया जाएगा।महिलाओं ने विरोधस्वरूप नारेबाजी के बीच स्यापा भी पाया। इस दौरान भारी पुलिस बल भी तैनात रहा।बसपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने भी प्रशासनिक अधिकारियों को इसी मामले में शनिवार को अलग से ज्ञापन भी सौंपा।
छात्तर गांव में हुए दलितों के सामाजिक बहिष्कार का मामला सामने आने के बाद से ही भीम आर्मी ने विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया हुआ था। इसके दृष्टिगत जिला प्रशासन ने व्यापक सुरक्षा प्रबंध किए थे। सुबह ही लघु सचिवालय पर लोग जुटना शुरू हो गए थे। भीम आर्मी के प्रदेश प्रभारी धर्म परवल, प्रदेश अध्यक्ष कमल बराड़ा, प्रदेश महासचिव जितेंद्र कुमार, धर्मपाल, रजत कल्सन, दिनेश खापड व संदीप बराह सहित अनेक वक्ताओं ने छात्तर गांव में हुई सामाजिक बहिष्कार जैसी घटना की आलोचना करते हुए सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। इन नेताओं ने यह भी ऐलान किया कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गई तो 18 अक्टूबर से जींद मुखयालय पर खापड व छात्तर गांवों के पीड़ितों को लेकर धरना शुरू कर दिया जाएगा।हालांकि प्रदर्शनकारियों के अधिकारियों को ज्ञापन देने का कार्यक्रम था, जिसे एन वक्त पर उसे रद्द कर दिया गया।
प्रदर्शनकारियों ने लघु सचिवालय के समीप मुख्य मार्ग पर सीएम मनोहर लाल खट्टर, डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला, डीसी नरेश नरवाल व एसपी वसीम अकरम का पुतला फूंका।-छात्तर घटनाक्रम को लेकर बसपा ने अलग से सौंपा ज्ञापन-छात्तर गांव में 150 परिवारों के सामाजिक बहिष्कार वाले घटनाक्रम को लेकर शनिवार को बसपा प्रतिनिधिमंडल ने डीसी के नाम शुगर मिल के एमडी प्रवीन तहलान को ज्ञापन सौंपा।बसपा प्रतिनिधिमंडल ने जिला अध्यक्ष धर्मवीर भुक्कल के नेतृत्व में ज्ञापन देकर मांग की कि छात्तर गांव के पीड़ित परिवारों को सुरक्षा मुहैया करवाई जाए, पीड़ित परिवारों के घरों में पानी की समुचित व्यवस्था की जाए, खाद्य सामग्री के समुचित व्यवस्था की जाए, महिलाओं, बच्चों व बुजुर्गों के लिए दूध का प्रबंध किया जाए, पीड़ित परिवारों के लिए मेडिकल जांच की व्यवस्था करवाई जाए।
उन्होंने यह भी कहा कि गांव के असामाजिक तत्वों द्वारा गांव में समाजिक भाईचारा बिगाड़ने वाले को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और गांव में सामाजिक भाईचारा बनाने के लिए प्रशासन सख्त से सख्त कदम उठाए।बसपा नेता व अधिवक्ता देशराज सरोहा ने कहा की अगर प्रशासन ने मांगें नहीं मानी तो बहुजन समाज पार्टी आंदोलन करने पर मजबूर होगी, जिसकी जिम्मेवारी प्रशासन की होगी। इस मौके पर देशराज सरोहा एडवोकेट, बनारसी दास, विजेंद्र वर्मा वकील, राकेश चोपड़ा वकील, सतवीर निगरानी, ईश्वर बड़ोदा, राजेश गोरिया, अजीत मेंहरा, रामेश्वर आदि मुख्य तौर पर मौजूद रहे।