हंसी-ठट्ठा नाईट में कलाकारों ने गुदगुदाया, श्रोता हुए लोटपोट
भारत पहुंचने पर कला परिषद ने किया विशाल जूड का अभिनंदन, पगड़ी पहनाकर किया सम्मान
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। जिंदगी में हंसना बेहद जरुरी है। आज के तनावग्रस्त जीवन में हंसी के लिए भी समय निकाल पाना अधिकतर लोगों के लिए मुश्किल हो जाता है। ऐसे में हरियाणा कला परिषद् ने लोगों को हंसाने और गुदगुदाने के लिए हंसी ठट्ठा नाईट सजाई, जिसमें हरियाणा के हास्य कलाकारों ने हास्य-व्यंग्यों से सभी को हसंने पर मजबूर कर दिया। इस अवसर पर चण्डीगढ़ विश्वविद्यालय के युवा कल्याण विभाग के अतिरिक्त निदेशक व सुप्रसिद्ध हास्य कलाकार मनीष जांगड़ा मुख्य अतिथि के रुप में पहुंचे। वहीं विशिष्ट अतिथि आस्ट्रेलिया में तिरंगे की शान बचाने के लिए जेल में रहने वाले विशाल जूड रहे। हंसी ठट्ठा नाईट में हास्य कलाकार युसूफ भारद्वाज, मास्टर महेंद्र, आलोक भदौरिया, अशोक बरौदा तथा महाबीर गुड्डू ने अपनी प्रस्तुतियां दी।
कार्यक्रम से पूर्व हरियाणा कला परिषद के निदेशक संजय भसीन ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हंसी के पल निकालना आसान नहीं है। उन्हीं पलों को जुटाने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया। ऐसे में कलाप्रेमियों का कार्यक्रम में पहुंचना वास्तव में कार्यक्रम की सफलता का प्रतीक है। मंच का संचालन विकास शर्मा द्वारा किया गया। हास्य कार्यक्रम में जहां एक ओर कलाकारों ने अपने हास्य व्यग्यों से लोगों का गुदगुदाने का काम किया वहीं एक-दूसरे पर कसी जा रही फब्तियां भी लोगों को पेट पकड़ कर हंसने पर मजबूर कर रही थी। चुटकुलों के साथ साथ कविता पाठ करके भी कलाकारों ने लोगों को जागरुक करने में अपना अहम योगदान दिया।
कार्यक्रम का कुशल संचालन कर रहे महाबीर गुड्डू ने भी अपने गीत तथा चुटकुलों के माध्यम से कार्यक्रम में चार चांद लगाए। इस मौके पर आस्ट्रेलिया से भारत पहुंचे विशाल जूड का हरियाणा कला परिषद के अतिरिक्त निदेशक तथा मुख्यमंत्री के ओएसडी गजेंद्र फौगाट ने हरियाणा कला परिषद की ओर से अभिनंदन किया तथा पगड़ी पहनाकर सम्मान किया। इसके साथ ही हरियाणा के बेटे विशाल को आस्ट्रेलिया की जेल से रिहा करवाकर भारत सकुशल वापिस लाने में विशेष भूमिका निभाने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल का भी धन्यवाद किया। इसके अलावा राष्ट्रीय सामाजिक संस्था के कार्यकर्ताओं को भी सम्मानित किया गया। लगभग 2 घण्टे के कार्यक्रम में श्रोता प्रस्तुतियों का पूरा लुत्फ उठा रहे थे। हरियाणवी संस्कृति को संजोकर रखते हुए इस कार्यक्रम के आयोजन उपरांत सभी प्रतिभागियों को हरियाणा कला परिषद की ओर से स्मृति चिन्ह भेंट किये गये।