न दबेगी और न डरेंगी जैसे नारों के बीच निजीकरण व्यवस्था में काम न करने का ऐलान
न्यूज डेक्स संवाददाता
जींद।विभिन्न मांगों को लेकर जिला मुख्यालय पर चल रहा आंगनवाड़ी वर्कर्स का धरना सोमवार को बरसात के दिन भी बदस्तूर जारी रहा। इस दौरान वर्कर्स ने चेतावनी दी कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाएंगी वे कार्य नहीं करेंगी।भारी नारेबाजी के बीच आंगनवाड़ी वर्कर्स ने कहा कि न तो वे सरकार से डरती है और न ही किसी दबाव में है। वे किसी भी सूरत में निजी व्यवस्था के तहत कार्य नहीं करेंगी। ज्ञात रहे कि जिलेभर की आंगनवाड़ी वर्कर्स विगत एक अक्टूबर से सरकारी कर्मचारी घोषित करने, बढ़ा हुआ मानदेय अदा करने, वर्कर्स को पक्का करने व आंगनवाड़ी को निजी हाथों में सौंपने जैसे मुद्दों को लेकर धरनारत है।
सोमवार को आंगनवाड़ी वर्कर की जिला प्रधान उर्मिला को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि उनकी मांग को अनसुनी करना सरकार को महंगा पड़ेगा। वे किसी भी सूरत में निजी हाथों में कार्य नहीं करेंगी। सरकार आंगनवाड़ी को निजी हाथों में सौंपना चाहती है। पिछले 18 दिन से धरने पर बैठी है, मगर का कोई नुमाइंदा सुनने नहीं आया। विधायकों की इस सरकार में चलती नहीं है। केवल मोदी और खट्टर ही सब कुछ है। उनके आंदोलन को चाहे 18 महीने लगे या दो साल जब तक मांगें मानी नहीं जाती वे आंगनवाड़ी नहीं खोलेंगीआंगनवाड़ी वर्कर्स की नेता सीमा ने मांग की कि आंगनवाड़ी वर्कर को पक्का किया जाए, सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए व बढ़ा हुआ मानदेय शीघ्र जारी किया जाए।