स्वतंत्रता सेनानी उमराव सिंह की पत्नी थीं खजानी देवी
सूचना पर सैनिक बोर्ड से जवाब मिला, आज छुट्टी है, सोमवार बात करना
भाजपा सैनिक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष आरएस सुहाग का कहना है कि स्वतंत्रता सेनानी की पत्नी की राजकीय सम्मान के साथ अंत्येष्टि होनी चाहिए थी
न्यूज डेक्स संवाददाता
रोहतक। जिला सैनिक बोर्ड की संवेदनहीनता की वजह से स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय उमराव सिंह की पत्नी को राजकीय सम्मान नहीं मिला। उनकी बिना राजकीय सम्मान अंत्येष्टि करनी पड़ी। परिजनों ने जिला सैनिक बोर्ड को इत्तला भी दी, लेकिन बोर्ड के चौकीदार ने यह कहते हुए कुछ परिजनों की बात सुनने से इन्कार कर दिया कि आज छुट्टी है, आप सोमवार को बात करना। जिले के सुंदरपुर निवासी 104 वर्षीय खजानी देवी का शनिवार तड़के निधन हो गया। खजानी देवी स्वतंत्रता सेनानी उमराव सिंह की पत्नी हैं। उमराव सिंह का वर्ष 2002 में देहांत हो गया था।
श्रीमती खजानी देवी के निधन की सूचना देने के लिए परिजनों ने जिला सैनिक बोर्ड के टेलीफोन नंबर पर बात की। फोन रिसीव करने वाले चौकीदार ने बताया कि आज छुट्टी है, सोमवार को बात करना। परिजनों ने चौकीदार को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे कुछ भी सुनने को तैयार नहीं हुए। इसके बाद परिजनों ने अपने स्तर पर श्रीमती खजानी देवी का अंतिम संस्कार कर दिया। इस बारे में रिटायर्ड कर्नल और भाजपा सैनिक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष आरएस सुहाग का कहना है कि स्वतंत्रता सेनानी की पत्नी की राजकीय सम्मान के साथ अंत्येष्टि होनी चाहिए थी। राजकीय सम्मान न मिलना गलत है। साथ ही सैनिक बोर्ड का रवैया भी गैर जिम्मेदार रहा है। चौकीदार को संबंधित अधिकारी का संपर्क नंबर अरेंज कराना चाहिए था। उन्होंने कहा कि वे इस मसले को जिला सैनिक बोर्ड के अधिकारियों के सामने रखेंगे।