सरकार कह रही खाद की कोई कमी नहीं लेकिन किसानों को खाद मिल ही नहीं रही, कहाँ है वो खाद बताए सरकार – दीपेन्द्र हुड्डा
आधी रात से पूरे-पूरे दिन लाइन में लगने पर भी किसान को खाद नहीं मिल रही – दीपेंद्र हुड्डा
सरकार बताए अगर किल्लत नहीं है तो थानों से टोकन क्यों बंट रहे हैं – दीपेंद्र हुड्डा
सरकार आख़िर किसान से किस जन्म की दुश्मनी निकाल रही- दीपेंद्र हुड्डा
न्यूज डेक्स हरियाणा
चंडीगढ़। सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने प्रदेश भर में खाद की भयंकर किल्लत पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि पूरे हरियाणा प्रदेश में हालत चिंताजनक हैं। हरियाणा का किसान खाद के लिये दर-दर भटक रहा है। किसान को कदम-कदम पर संघर्ष करना पड़ रहा है। किसान 3 कृषि क़ानूनों से लड़े, मंडियों में ख़रीद भाव की मार झेलें, बेमौसम बारिश, जल-भराव का सामना करें, जलनिकासी और मुआवज़े के बिना अगली बुवाई की सोचें और अब खाद किल्लत का सामना करें। सरकार आख़िर किसान से किस जन्म की दुश्मनी निकाल रही है? उन्होंने आगे कहा कि सरकार कह रही खाद की कोई कमी नहीं लेकिन किसानों को खाद मिल ही नहीं रही, सरकार बताए वो खाद कहाँ है। प्रदेश सरकार खाद की किल्लत न होने के झूठे दावे कर रही है जबकि खाद के लिये किसानों की लम्बी-लम्बी कतारों की ख़बरें हर जिले, हर गांव से आ रही हैं। ऐसे में सरकार स्पष्ट करे कि अगर किल्लत नहीं है तो थानों से टोकन क्यों बंट रहे हैं। उन्होंने तुरंत DAP की किल्लत दूर करने और किसानों को पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध कराने की मांग की।
दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि पूरे प्रदेश में खाद की भयंकर किल्लत बनी हुई है। प्रदेश की 62 कोआपरेटिव मार्केटिंग सोसाइटीज और करीब 600पैक्स समितियों में भी खाद उपलब्ध नहीं है। हालत इस कदर खराब हैं कि पूरे प्रदेश में खाद किल्लत और खाद के लिये लगी लम्बी-लम्बी कतारों की ख़बरें और तस्वीरें परेशान करने वाली हैं। पुलिस के पहरे में लाइने लगवाई जा रही हैं थानों से डीएपी के लिये टोकन बांटे जा रहे हैं। कहीं-कहीं तो खाद लेने आये किसानों पर लाठियां बरसाने की भी ख़बरें आ रही हैं। जगह-जगह लम्बी-लम्बी कतारें, खाद पाने के इंतज़ार में कई-कई दिन से घंटों लाइन में लगे किसान पूरे परिवार समेत यहाँ-वहां भटकने को मजबूर हैं। आधी रात से पूरे दिन लाइन में लगने के बाद भी किसानों को खाद नहीं मिल पा रही है। खाद किल्लत की हकीकत ये है कि दिन ही नहीं, बल्कि किसान रात से ही डीएपी केन्द्र पर आकर लाइन लगा लेते हैं फिर भी डीएपी नसीब नहीं हो रही।