भारी पंचायत में पीड़ित गुरमीत से सुनी आपबीती, दिया कार्यवाई का आश्वासन
न्यूज डेक्स संवाददाता
जींद। उचाना क्षेत्र के गांव छातर मैं शनिवार दोपहर बाद डीसी नरेश नरवाल व एसपी वसीम अकरम सहित पूरे प्रशासनिक अमला पहुंचा और पीड़ितों को मनाने का प्रयास किया। अधिकारियों को सफलता नहीं लगी, पीडित कार्यवाई की मांग पर अड़े रहे। समाचार लिखे जाने तक प्रशासनिक अमला गांव के स्कूल में मौजूद रहा।इस दौरान साहब अंबेडकर भवन नरवाना के कार्यकर्ता व भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं सहित बहुजन समाज पार्टी के कार्यकर्ता भी मौजूद थे। पंचायत में गुरमीत ने अधिकारियों को अपनी आपबीती बताई, जिसमें अधिकारियों ने गुरमीत को आश्वासन दिया और कहा आप गांव में मिलकर भाईचारा बनाएं। करीब एक घंटे चली पंचायत में किसी तरह की कोई भी सहमति नहीं बन पाई।
गुरमीत ने अधिकारियों के समक्ष मांग की कि मुकदमा में जो नाम दिए गए हैं, उन सभी के गिरफ्तार किया जाए। उन्हें हथियार के लाइसेंस जारी किए जाए, इंदिरा आवास कॉलोनी में मकान दिलवाए जाने, बिजली ट्रांसफार्मर अलग-अलग करने तथा पेयजल आपूर्ति भी अलग से व्यवस्था की जाए। गांव में अंबेडकर भवन पर विशेष समुदाय के कब्जे को तुरंत हटाया जाए। सामाजिक बहिष्कार को भी मुनादी कराकर समाप्त करने की भी मांग उठाई।इन मांगों पर डीसी नरेश नरवाल ने कहा कि जींद में चल रहा बेमियादी धरना उठा लो। जो भी समस्या उसे जल्दी से जल्दी पूरा किया जाएगा। अधिकारियों ने सद्भावना कमेटी से भी मिलवाने का आग्रह किया, जिसे मौके पर मौजूद लोगों ने ठुकरा दिया।
प्रशासन ने सद्भावना कमेटी भी बनाई-मामले का हल करने के लिए अधिकारियों ने गांव के मौजिज लोगों की एक सद्भावना कमेटी भी बनाई, जिसे सरकारी स्कूल मे बिठाकर रखा। इस कमेटी से पीड़ितों ने मिलने से इनकार कर दिया। पीड़ित कारवाई की मांग पर अड़े रहे। उन्होंने धरना उठाने से ही इनकार कर दिया।बाद में प्रशासनिक अधिकारियों ने गाव के सीनियर सेकेंडरी स्कूल के बंद कमरे में बैठकर चर्चा की।