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किसानों के समर्थन में धरने पर बैठे पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा व विधायक मेवा सिंह को हिरासत लिया,कुछ देर बाद छोड़ा
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अशोक अरोड़ा तथा लाडवा के विधायक मेवा सिंह ने पुलिस द्वारा किसानों पर किये गये लाठीचार्ज की निंदा करते हुए कहा कि इससे भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार का किसान विरोधी चेहरा सामने आया है। गुरुवार को यह दोनों नेता अपने समर्थकों इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के पूर्व चेयरमैन जलेश शर्मा,कांग्रेस के प्रदेश संगठन सचिव सुभाष पाली तथा सुरेंद्र बवानीखेड़ा इत्यादि के साथ पिपली में भारतीय किसान यूनियन द्वारा किसान बचाओ मंडी बचाओं रैली को समर्थन देने के लिये पिपली पहुंचे थे,लेकिन रैली पर सरकार द्वारा रोक लगाए जाने के कारण इन नेताओं को अनाज मंडी में नहीं जाने दिया गया,जिस पर पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा और लाडवा के विधायक मेवा सिंह ने अपने साथियों के साथ पिपली चौक पर करीब तीन घंटे तक धरना दिया। बाद में पुलिस ने इन नेताओं और उनके समर्थकों को हिरासत में ले लिया। प्रदर्शनकारियों को रोडवेज की बस में भरकर कुरुक्षेत्र की पुलिस लाइन में ले जाकर छोड़ दिया गया।
अशोक अरोड़ा ने कहा कि लोकतंत्र में सभी को अपनी बात कहने का पूरा अधिकार है। सरकार ने इस किसान रैली पर कोरोना की आड में रोक लगाने का इसलिये प्रयास किया था,ताकि जनविरोधी अध्यादेश की सच्चाई सामने ना आ सके और इन अध्यादेशों के खिलाफ जो माहौल है,उसे दबाया जा सके। अरोड़ा ने कहा कि सरकार के इशारे पुलिस प्रशासन ने अपने प्रभाव का गलत इस्तेमाल कर किसानों,व्यापारियों और मजदूरों के ऊपर लाठीचार्ज कर अपना घिनौना चेहरा दिखाने का काम किया।
इसके विरोध में जब प्रदेशभर के किसान,व्यापारी और मजूदर सड़कों पर उतरे तो सरकार को यह समझने में देर नहीं लगी कि इनकी आवाज को डंडे के जोर पर दबाया नहीं जा सका। इसी का नतीजा ये रहा कि सरकार को प्रदर्शनकारियों के सामने घुटने टेकने को विवश होना पड़ा और जिस रैली को उन्होंने कोरोना के नाम पर रोक लगाने का काम किया था,चार घंटे के विरोध प्रदर्शन,जीटी रोज के बाद उसे मंजूरी देनी पड़ी।
उन्होंने कहा कि सरकार ने रैली को विफल करने के लिये दमनकारी चक्र चलाया था,जिला की सीमाएं सील कर दी गई थी,दर्जनों नाके लगाए गये थे,किसानों को रैली में जाने से रास्ते में ही बलपूर्वक रोका गया,लेकिन पूरे हरियाणा में इसके खिलाफ हजारों किसान,व्यापारी और मजदूर सड़कों पर उतर आए। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में जनता की आवाज को दबाया नहीं जा सकता। रैली में समर्थन देने पहुंचे कांग्रेसी विधायक मेवा सिंह ने कहा कि किसानों के सिर पर पड़ी एक एक लाठी भाजपा की सरकार के कफन में कील साबित होगी।
11 सितंबर को विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा पहुंचेंगे पिपली-अरोड़ा
पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा ने जानकारी दी कि पूर्व सीएम और विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा 11 सितंबर को दुपहर 2 बजे पिपली में पहुंचेंगे और पिपली की अनाज मंडी में जाकर व्यापारियों,किसानों और मजदूरों से मुलाकात करके पूरे हालात की जानकारी लेंगे। इसके बाद वे तीन बजे पिपली पैराकीट में पत्रकार वार्ता को संबोधित करेंगे।
किसानों को लावारिस समझने की गलती ना करे सरकार-हुड्डा
अरोड़ा ने बताया कि नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा को उन्होंने पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया है। उन्होंने पिपली में लाठीचार्ज की घोर निंदा के साथ चेतावनी दी है कि भाजपा सरकार किसान भाइयों को लावारिस समझने की गलती ना करे। सरकार ने किसानों के साथ जो बर्ताव किया है,उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा है कि वह खुद शुक्रवार को पिपली पहुंच कर अन्नादाताओं के साथ हुई बर्बरता की जानकारी लेंगे।