न्यूज डेक्स संवाददाता
जींद।सकसं से संबंधित हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ की जिला केंद्र की एक आवश्यक बैठक अक्षर भवन कार्यालय में आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता राज्य कोषाध्यक्ष संजीव सिंगला ने की व संचालन जिला उपप्रधान महेंद्र गौतम द्वारा किया गया।वीरवार को आयोजित बैठक में राज्य ऑडिटर वेदपाल रिढ़ाल तथा जिला आमंत्रित सदस्य महावीर पोपड़ा ने बताया कि सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के नेतृत्व में 31 अक्तूबर को करनाल में मुख्यमंत्री हरियाणा के निवास स्थान पर हरियाणा भर से कच्चे कर्मचारी, विभिन्न विभागों से हटाए गए कच्चे-पक्के कर्मचारी प्रदर्शन करते हुए घेराव करेंगे जिसमें हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ भी बढ़ चढ़कर भाग लेगा । घेराव की तैयारी की समीक्षा करते हुए,सभी तक पहुंचने व करनाल पहुंचने का आह्वान किया जाएगा। अध्यापक नेताओं ने कहा कि सभी सरकारी विभागों, बोर्डो, निगमों, नगर निगमों, पालिकाओं, परिषदों, विश्वविद्यालयों, कालेजों, सोसायटीज, पंचायती राज, एनएचएस, आरसीएच व एसएसए समेत सभी परियोजनाओं में कार्यरत सभी प्रकार के कच्चे कर्मचारियों व गेस्ट शिक्षकों-कम्प्यूटर शिक्षकों को पक्का करने की नीति बनाई जाए। पक्का होने तक पे रोल पर लेकर समान काम समान वेतन लागू करते हुए सेवा सुरक्षा प्रदान की जाए। पार्ट- 2 में लगे सहित सभी कच्चे कर्मचारियों को रेगुलर कर्मचारियों की तर्ज पर वार्षिक वेतन वृद्धि भत्ते व अवकाश सहित सेवानिवृत्ति पर पेंशन व ग्रेच्युटी की व्यवस्था लागू की जाए।
जिला कोषाध्यक्ष भूप सिंह वर्मा ने कहा कि 30 अक्टूबर को गावं के सफाई कर्मचारी, नगरपालिका, स्कूलो के सफाई कर्मचारी व अन्य विभागो के सभी सफाई कर्मचारियों की रोहतक कर्मचारी भवन में कंवैशन के लिए आह्वान भी किया गया। इसी के साथ पुरानी पैंशन की बहाली के लिए एकमात्र मुद्दे पर 1 नंबवर को 2006 के बाद लगे सभी कर्मचारियों की कंवैशन भी कर्मचारी भवन रोहतक में रखी हैं। जिसमें पुरानी पैंशन बहाली के लिए आगामी आंदोलन की रूपरेखा बनाई जाएगी।जिला सचिव मामराज जांगड़ा व जिला संगठन सचिव सुनैत गहलोत ने कहा कि बैठक का एक मुख्य एजेंडा 12 दिसंबर को उपायुक्त कार्यालय पर हल्ला बोल प्रदर्शन करेंगे,इसके लिए सघन फिल्ड अभियान चलाया जाएगा । सभी विभागो के सभी कर्मचारियों की सांझी मांगो को लेकर 25 सुत्री मांगपत्र पर यह प्रदर्शन होंगे।बैठक में स्कूलों के वोकेशनल टीचरों पर हुए लाठीचार्ज व गिरफ्तारियों की निंदा का प्रस्ताव पास करते हुए उनके आंदोलन को समर्थन का ऐलान किया। नई शिक्षा नीति के तहत प्राथमिक शिक्षा को आंगनबाड़ियों और आंगनबाड़ियों को एनजीओज़ को सौंपने की योजना का कड़ा विरोध करने का भी फैसला लिया गया। नैशनल अचीवमेंट सर्वे के नाम पर बच्चों के कीमती समय को बर्बाद करने की व इसके लिए समुचित व्यवस्था न करने की और एचआरएमएस में डीडीओ द्वारा बदलाव की शक्ति वापस लेने की भी कड़ी निंदा की गई ।इस अवसर पर भूप सिंह वर्मा, सत्येंद्र कुमार, रोहतास आसन, शमशेर कौशिक, सतेंद्र गौतम, रोहतास सरोहा, शमशेर बूरा, सतबीर गहलोत, हैप्पी सिंह, ईश्वर सैणी आदि मौजूद रहे।