न्यूज डेक्स संवाददाता
जींद।4 दिन पहले जेल में प्रार्थना में बुलाए जाने पर बंदी/कैदियों ने बैरंक इंचार्ज को धमकी दी और उसके साथ गाली-गलोज की। इसके चलते जेल प्रशासन ने तीन बंदी/कैदी को अलग सुरक्षा बैरक में बंद कर दिया। इसके विरोध में लगभग 25 से 30 बंदी उनके सहयोग उतर आए और खाना छोड़ कर भूख हड़ताल शुरू कर दी है। इनकी मांग है कि अलग बैरग में बंद किए गए उनके सहयोगियों उनके साथ रखा जाए। भूख हड़ताल करने पर जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया और उन्होंने भूख हड़ताल करने वालों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं माने। जेल के अधिकारियों का कहना है कि वह किसी प्रकार के दबाव में नहीं आएंगे और जेल नियमों के अनुसार ही कानून तोडऩे वालों को सजा दी गई है। इस बारे में संबंधित अदालत को भी जानकारी दे दी गई है।जिला जेल में पानू गैग का नरेश तथा मोनू, ऋषि बंद है।
जेल अधिकारियों के अनुसार 27 अक्टूबर को बैरक इंचार्ज ने इन सभी को बाहर प्रार्थना में आने को कहा था, लेकिन इन लोगों ने बाहर आने से मना कर दिया। इस पर बैरक इंचार्ज ने प्रार्थना में न जाकर बाहर आने को कहा तो उक्त बंदी/कैदी ने बैरक इंचार्ज को धमकाने का काम किया तथा उसके साथ गाली-गलोज की। इस पर जेल प्रशासन ने इन तीनों को जेल कानून के तहत सजा देते हुए 28 अक्टूबर को अलग बैरक में बंद कर दिया। इससे क्षुब्ध होकर शनिवार को इनके सहयोगी 25 से 30 बंदी/कैदियों ने सुबह खाना लेने से इंकार कर दिया और भूख हड़ताल शुरू कर दी। जेल अधिकारियों के अनुसार इन 25 से 30 बंदी/कैदियों ने मांग की कि उनके साथी नरेश, मोनू व ऋषि को दूसरी बैरक से बाहर करके उनके साथ ही रखा जाए। जब तक ऐसा नहीं होगा, तब वे खाना नहीं खाएंगे। सूचना पाकर जेल अधीक्षक संजीव कुमार व अन्य ने इन सभी को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने। फिलहाल इन सभी को मनाने का प्रयास जारी है।
-ये भी चर्चा आई सामने-शनिवार सुबह चर्चा यह भी आई कि जेल में अलग कैंटीन शुरू होने के चलते बंदी/कैदियों ने भूख हड़ताल शुरू कर दी है। बताया गया कि जिले में निजी कैंटीन खोली गई है, जहां से बंदी/कैदियों को खाना व कपड़े लेने पर मजबूर किया जा रहा है। इसके विरोध में जेल बंदी/कैदियों ने भूख हड़ताल की है जबकि जेल प्रशासन ने ऐसी किसी बात के होने से साफ इंकार कर दिया है।-जेल अधीक्षक ने कहा-जेल अधीक्षक संजीव कुमार ने बताया कि 27 अक्टूबर को कुछ बंदी/कैदियों ने बैरक इंचार्ज को धमकाने व गाली-गलोच करने का काम किया था। इसके बाद उन्हें जेल सजा के अनुसार अलग बैरक में रखा गया था। इस पर उसके कुछ साथी बंदी/कैदियों ने आज सुबह खाना नहीं खाया और दबाव बनाया कि उनके तीनों साथियों को उनके साथ रखा जाए। जेल कानून सबके लिए समान है और यदि कोई गलत व्यवहार करता है तो उसे जेल नियम अनुसार सजा दी जाती है। इस सजा की सूचना संबंधित अदालत को दे दी गई है।