हर्षोल्लास से मनाया गया गुरुकुल कुरुक्षेत्र का 109वां वार्षिकोत्सव
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। गुरुकुल कुरुक्षेत्र का 109वां वार्षिकोत्सव बड़ी की धूमधाम व हर्षोल्लास से मनाया गया। ‘ब्रह्मचारीगण प्रतिभा प्रदर्शन एवं वार्षिकोत्सव के रूप में मनाये गये इस भव्य समारोह में हिसार रेंज के पूर्व कमीश्नर पी.सी. विडान मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे और ब्रह्मचारियों का मार्गदर्शन किया। इसके साथ ही डॉ. राजेन्द्र विद्यालंकार ओएसडी टू गर्वनर गुजरात तथा राधाकृष्ण आर्य, उप मंत्री, आर्य प्रतिनिधि सभा हरियाणा ने बतौर विशिष्ट अतिथि समारोह में शिरकत की। गुरुकुल में पहुंचने पर प्रधान कुलवन्त सिंह सैनी सहित निदेशक व प्राचार्य कर्नल अरुण दत्ता व सह प्राचार्य शमशेर सिंह ने अतिथियों का पुष्प-गुच्छ भेंट कर स्वागत किया। मंच पर पहुंचने पर गुरुकुल के निशानेबाजों ने सभी अतिथियों के समक्ष लक्ष्यभेदन का बेहतरीन प्रदर्शन प्रस्तुत किया। इससे पूर्व गुरुकुल के युवा भजनोपदेशक जसविन्द्र आर्य ने ईश्वरभक्ति गीतों से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। मंच संचालन मुख्य संरक्षक संजीव आर्य एवं रवि शास्त्री द्वारा किया गया। समारोह के अन्त में प्रधान कुलवन्त सिंह सैनी ने मुख्य अतिथि पी.सी. विडान को गुरुकुल का स्मृति-चिह्न व उपहार भेंट कर सम्मानित किया।
मुख्य अतिथि पी.सी. विडान जी द्वारा दीप प्रज्जवलित कर समारोह का विधिवत शुभारम्भ किया गया तत्पश्चात गुरुकुल के घुडसवारों ने घुडसवारी के शानदार करतब प्रस्तुत कर सभी को आश्चर्यचकित कर दिया। इसके उपरान्त गुरुकुल की वार्षिक स्मारिका का विमोचन अतिथियों द्वारा किया गया जिसमें सम्पादक सूबेप्रताप सहित कपिल आर्य व कुलदीप मलिक भी उपस्थित रहे। गुरुकुल के छात्र यश आर्य ने गुरुकुल के गौरवशाली इतिहास पर शानदार भाषण दिया गया जिसमें गुरुकुल शिक्षा पद्धति और वेदों पर प्रकाश डाला, साथ ही गुरुकुल कुरुक्षेत्र में चल रहे विभिन्न क्रिया-कलापों का भी संक्षिप्त परिचय दिया। ब्र0 केशव कुनाल ने गुरुकुल के जर्जर अवस्था से सफलता के शिखर पर पहुंचने के सफर को अंग्रजी भाषण के रूप में प्रस्तुत किया और गुरुकुल के वर्तमान स्वरूप के शिल्पीकार राज्यपाल आचार्य देवव्रत के अनथक परिश्रम और दूरदृष्टि सोच से सभी को परिचित कराया।
निदेशक व प्राचार्य कर्नल अरुण दत्ता ने गुरुकुल की वार्षिक प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए बताया कि गुरुकुल निरन्तर प्रगति के पथ पर अग्रसर है। राज्यपाल आचार्य देवव्रत जी व मैनेजमेंट के समय-समय पर मिलने वाले मार्गदर्शन का ही प्रतिफल है कि गुरुकुल कुरुक्षेत्र पिछले कई वर्षों से हरियाणा का नं0 वन आवासीय विद्यालय बना हुआ है। उन्होंने बताया कि प्रतिवर्ष गुरुकुल से एनडीए, आईआईटी में जाने वाले छात्रों की संख्या बढ़ रही है। हर क्षेत्र में गुरुकुल के छात्रों का प्रदर्शन सबसे उत्कृष्ट रहता है जिसका श्रेय आचार्य देवव्रत जी सहित यहां की मैनेजमेंट और स्टाफ को जाता है।
समारोह के मुख्य अतिथि पी.सी. विडान ने छात्रों द्वारा प्रस्तुत मल्लखम्भ, कल्लरी, जूड़ो-कराटे, नियुद्धम, योगासन, डम्बल, लेजियम, बैंड व परेड संचलन, निषानेबाजी, घुड़सवारी सहित विभिन्न प्रदर्शन की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि गुरुकुल कुरुक्षेत्र में सही मायनों में छात्रों का चहुमुखी विकास हो रहा है। आचार्य देव्रवत जी के मार्गदर्शन में निश्चय ही यहाँ देश के भावी ब्यूरोक्रेट्सय, इंजीनियर, डॉक्टर सहित उच्च अधिकारियों का निर्माण हो रहा है। उन्होंने गुरुकुल में चल रहे प्राकृतिक चिकित्सालय, प्राकृतिक खेती, अत्याधुनिक गोशाला, फार्मेसी, विशाल मेस, एनडीए विंग, आर्ष महाविद्यालय, वेद प्रचार विभाग, नर्सरी का न केवल दौरा किया बल्कि इनके बारे में पूरी जानकारी भी हासिल की। उन्होंने कहा कि गुरुकुल कुरुक्षेत्र देश का एकमात्र ऐसा संस्थान है जहाँ एक साथ इतने सारे प्रकल्प संचालित हो रहे हैं, यहाँ बच्चों को अक्षरज्ञान के साथ संस्कारों की शिक्षा देकर उन्हें श्रेष्ठ मानव बनाया जा रहा है। इसके लिए उन्होंने आचार्य देवव्रत जी सहित गुरुकुल मैनेजमेंट की मुक्तकंठ से सराहना की।
समारोह के विशिष्ट अतिथि डॉ. राजेन्द्र विद्यालंकार ने छात्रों को समय का सदुपयोग कर सफलता प्राप्त करने का मंत्र दिया। उन्होंने कहा कि विपरीत परिस्थितियों से लड़ते हुए कामयाबी हासिल करने वाले ही संसार में महान् हुए हैं, इसलिए अपने एक-एक क्षण का सही इस्तेमाल करो। गुरुकुल के प्रधान कुलवन्त सिंह सैनी ने समारोह में पहुंचे सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया और छात्रों को दीपावली अवकाश की शुभकामनाएं व त्यौहारों के लिए बधाई दी। शांतिपाठ के साथ समारोह का समापन हुआ।