न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। कार्तिक महीने में दीपावली के अगले दिन गोवर्धन पूजा और अन्नकूट का विशेष महत्व है। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी धर्मनगरी कुरुक्षेत्र के तीर्थों और आश्रमों में विभिन्न आयोजन तथा पूजन किये गए। देश के विभिन्न राज्यों में संचालित जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी की प्रेरणा से ब्रह्मसरोवर के तट पर जयराम विद्यापीठ के अन्नपूर्णा हाल में भी आस्था और श्रद्धा से अन्नकूट पर भंडारे का आयोजन किया गया। इस मौके पर सेवक सतबीर कौशिक व रोहित कौशिक द्वारा गोवर्धन पूजा के उपरांत विधिवत पूजन के उपरांत भंडारा प्रारम्भ किया गया। जयराम विद्यापीठ के मीडिया प्रभारी राजेश सिंगला व सतबीर कौशिक ने बताया कि दीपावली के अगले दिन विधिवत गोवर्धन पूजा होती है और साथ अन्नकूट भण्डारों का आयोजन होता है।
उन्होंने बताया कि ऐसी मान्यता है कि गोवर्धन पर्वत उठा कर भगवान कृष्ण ने जिस प्रकार रक्षा की थी। उसी प्रकार भगवान अपने भक्तों की भी रक्षा करते हैं। धर्मनगरी कुरुक्षेत्र के विभिन्न मंदिरों, तीर्थों और आश्रमों में गोवर्धन पूजन तथा अन्नकूट भण्डारों का आयोजन किया गया। इसी प्रकार परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी की प्रेरणा से जयराम विद्यापीठ परिसर में विधिवत मंत्रोच्चारण के बीच गोवर्धन पूजन के साथ अन्नकूट भंडारे का आयोजन किया गया। विद्वान ब्राह्मणों व शास्त्रियों के साथ पूजन संपन्न करवाया। इसके उपरांत आयोजित भंडारे में भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। इस अवसर पर ट्रस्टियों ने आस्था के साथ भंडारे में प्रसाद वितरित किया और उसके बाद स्वयं भी ग्रहण किया। इस अवसर पर के. के. कौशिक एडवोकेट, खरैती लाल सिंगला, सुरेंद्र गुप्ता, राजेश सिंगला, सुशील कंसल, एस एन गुप्ता, टेक सिंह लौहार माजरा, महिला मंडल की संगीता, नरेंद्र शर्मा, मुनीश मित्तल, अशोक गर्ग, कपिल मित्तल, विनोद कुमार इत्यादि भी मौजूद थे।