मातृभूमि सेवा मिशन द्वारा भारतीय संस्कृति के पावन पर्व भैया दूज के उपलक्ष्य में कार्यक्रम संपन्न
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। भैया दूज का त्यौहार हमारे भारतीय चिंतन का प्रतीक है, जिसमें प्रत्येक संबंध को मधुर बनाने, एक-दूजे के प्रति त्याग करने का संदेश निहित है। इस पर्व पर बहनें अपने भाई की दीर्घायु व सुख समृद्धि की कामना करती हैं। भारतीय सनातन संस्कृति में पारिवारिक, सामाजिक प्रगाढ़ता का पर्व है भैया दूज। यह विचार मातृभूमि सेवा मिशन के संस्थापक डॉ. श्रीप्रकाश मिश्र ने भैया दूज के पावन पर्व के उपलक्ष्य में मिशन के फतुहपुर स्थित आश्रम परिसर में आयोजित कार्यक्रम में व्यक्त किए। इस अवसर पर मातृभूमि शिक्षा मंदिर के विद्यार्थियों को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र होटल मैनेजमेंट की छात्रा, समृद्धि ने भैया दूज का पर्व तिलक लगाया।
डॉ. श्रीप्रकाश मिश्र ने कहा कि भारतीय संस्कृति में व्यापकता, सहिष्णुता, अखण्डता, एकात्मकता, त्याग, तपस्या और अध्यात्मिकता का व्यापक समावेश है। पर्व, त्यौहार, उत्सव, खान-पान, रीति-रिवाज और आस्था संस्कार के योग से संस्कृति का निर्माण होता है। भारतीय संस्कृति में गहराई है। तीज-त्यौहार हमारी संस्कृति का आधार स्तंभ है। संस्कृति का उद्देश्य मानव में मानवीय गुण भरना है। मनुष्य एक सामाजिक प्राणी इसलिये सामाजिक प्रगाढ़ता ही समाज को संरक्षित रख सकता है। समाज की नींव परिवार है परिवार की प्रगाढ़ता ही समाज को प्रगाढ़ता दे सकता है। इस प्रकार कह सकते हैं पारिवारिक सामाजिक प्रगाढ़ता हमारी संस्कृति का उद्देश्य है।
डॉ. मिश्र ने कहा कि भारतीय समाज मे इस त्योहार का महत्वपूर्ण स्थान है। वैसे हमारे भारत की संस्कृति ही काफी है! इन रिश्तों को मजबूत करने के लिए परंतु इन रिश्तों में ओर मजबूती ओर प्रेम और स्नेह को बढ़ाने के लिए ही भैया दूज का त्यौहार मनाने की परंपरा है। जिन्हें हमारे हिन्दू धर्म मे देवी देवताओं के मनाने के कारण ही हमारी संस्कृति में इसका महत्वपूर्ण स्थान है। वस्तुतः इस त्योहार का मुख्य उद्देश्य है भाई-बहन के मध्य सौमनस्य और सद्भावना का पावन प्रवाह अनवरत प्रवाहित रखना तथा एक-दूसरे के प्रति निष्कपट प्रेम को प्रोत्साहित करना है। यह भारतीय संस्कृति ही है जहां अलग-आलग त्यौहारों को उसके महत्व के अनुसार मनाया जाता है। चाहे यह त्यौहार एक के बाद एक क्यों न हो। हिन्दू समाज में भाई-बहन के पवित्र रिश्तों का प्रतीक भैया दूज पर्व काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। मातृभूमि सेवा मिशन द्वारा कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र होटल मैनेजमेंट की छात्रा, समृद्धि को अंगवस्त्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मातृभूमि शिक्षा मंदिर के विद्यार्थियों ने भैया दूज से संबंधित अनेक प्रेरक प्रसंग प्रस्तुत किए।