विपक्षी दलों के नेता,किसान,,व्यापारी व मजदूर संगठन कर रहे हैं विरोध
न्यूज डेक्स हरियाणा
कुरुक्षेत्र,शाहाबाद,पिपली,11 सितंबर। एक दिन पहले पीपली में किसान,व्यापारी और मजदूरों की किसान बचाओ, मंडी बचाओ रैली पर रोक का विरोध करते हुए जीटीरोड़ जाम करने और ड्यूटी पर तैनात सरकारी अमले पर जानलेवा हमले का प्रयास सहित विभिन्न संगीन धाराओं के तहत शाहाबाद थाना पुलिस ने भाकियू प्रदेशाध्यक्ष सहित सैंकड़ों प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मामले दर्ज किया। इसकी जानकारी
शाहाबाद थाना प्रभारी देवेंद्र सिंह ने दी है,क्योंकि उनके द्वारा की गई शिकायत पर ही यह कार्रवाई की गई है। शिकायत में थाना प्रभारी ने आरोप लगाया है कि भारतीय किसान यूनियन के नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने 10 सितंबर को कुरुक्षेत्र के पिपली अनाज मंडी में रैली का आयोजन करना था,लेकिन प्रशासन ने कोरोना की वजह से 3 लेयर में सुरक्षा के प्रबंध किए थे। इसके प्रबंधों के तहत डयूटी मैजिस्ट्रेट सहित पुलिस टीम शरीफगढ़ के पास नाका लगाए हुए थे। इसी दौरान नाके पर अनेकों किसानों ने ड्यूटी में बाधा डालते हुए हमलाकर उनकी हत्या करने का प्रयास किया, जिसमें कर्मियों को काफी चोटें आई हैं। शाहाबाद थाना प्रभारी की इस शिकायत में यह भी आरोप लगाया गया है कि भाकियू के प्रधान गुरनाम सिंह चढुनी, प्रवक्ता राकेश बैंस, जसबीर, पंकज सहित अनेकों किसानों ने योजनाबद्ध तरीके से उन्हे जाने से मारने का प्रयास किया था। इसी घटनाक्रम के साथ एक अन्य मामले में डयूटी मैजिस्ट्रेट साहब सिंह ने भी थाना सदर पिपली में शिकायत में कहा कि भाकियू नेता गुरनाम सिंह, जसविन्द्र, जसबीर, राकेश समेत 15 लोगों सहित अनेकों किसानों ने नेशनल हाइवे व सरकारी कामकाज में बाधा डाली,जबकि तीसरी घटना में पिपली थाना प्रभारी नरेश कुमार ने भी शिकायत दर्ज कराई कि कप्तान राकेश, जसविन्द्र, जसबीर, बलकार, लालचंद, महेन्द्र, ऋषिपाल, रामलाल, सोहन सिंह, कृष्ण, गुरमुख, सुरेश, साजन सहित 15 लोगों ने पिपली चौंक पर कामकाज में बाधा पहुंचाई और कर्मियों को चोटें पहुंचाकर हत्या करने का प्रयास किया। इस दौरान हुए पथराव करते हुए फायर ब्रिगेड की गाड़ी को क्षतिग्रस्त कर दिया। यह तीनों मामले दर्ज होने के साथ ही राजनीतिक संगठन और जाट आरक्षण संघर्ष समिति सहित व्यापारी और मजदूरों के संगठन भी सक्रिय हो गये हैं। इनके द्वारा आज यह मांग की गई है कि किसानों के खिलाफ दर्ज किये गये मुकदमों को तुरंत वापिस लिया जाए,नहीं तो सब मिलकर बड़ा आंदोलन करने को विवश होंगे।