अनेक संस्थाओं ने महामहिम राज्यपाल को पत्र लिखकर नौका विहार योजना को रद्द करने की उठाई मांग
संस्थाओं ने सडक़ों पर उतरकर विरोध करने की दी चेतावनी, नहीं होने दी जाएगी तीर्थ की मर्यादा भंग
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। ब्रहमसरोवर की गरिमा और पवित्रता को बचाने के लिए नगर की साामाजिक एवं धार्मिक संस्थाएं लामबंद हो गई है। लगभग 1 दर्जन के करीब संस्थाओं ने हरियाणा के महामहिम राज्यपाल बंडारु दतात्रये को पत्र भेजकर मांग की है कि करोड़ों-करोड़ों हिन्दूओं की आस्था के केन्द्र ब्रहमसरोवर में नौका विहार शुरु करने की इजाजत न दी जाए। इन संस्थाओं के प्रतिनिधियों का कहना है कि ब्रहमसरोवर एक पवित्र स्थल है और यहां पर श्रद्घालु आस्था के साथ मोक्ष प्राप्ति हेतू डूबकी लगाने के लिए आते है।
आर्य प्रादेशिक प्रतिनिधि सभा नई दिल्ली से सम्बध वेद मंदिर सभा कुरुक्षेत्र ने एक प्रस्ताव पारित करके महामहिम राज्यपाल, जो कि कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के चेयरमैन भी है, से मांग की है कि ब्रहमसरोवर में नौका विहार योजना को तुरंत रद्द किया जाए। वेद मंदिर के प्रधान एवं डीएवी संस्थाओं के पूर्व राष्टï्रीय सचिव विजय सभ्रवाल ने कहा कि इस सरोवर में नौका विहार शुरु करने से हिन्दूओं की आस्था को ठेस पहुंचेंगी और तीर्थ की मर्यादा भंग होगी। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र का विकास तीर्थाटन की दृष्टिï से किया जाना चाहिए। इसी प्रकार अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित श्री प्रकाश मिश्रा तथा महामंत्री राजेन्द्र जोशी ने भी इस पवित्र तीर्थ में नौका विहार शुरु न करने की मांग राज्यपाल से की है। उन्होंने कहा कि श्री ब्राहमणा एवं तीर्थोद्घार सभा ने नौका विहार रद्द करने की जो मांग उठाई है, महासभा उसका समर्थन करती है। अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा कई वर्ष पहले यह प्रस्ताव पारित कर चुकी है कि तीर्थों का विकास धार्मिक दृष्टि से किया जाना चाहिए। इन पवित्र तीर्थ स्थलों को मनोरंजन का साधन न बनाया जाए।
इसी के साथ-साथ श्री हनुमान मंदिर सभा ने भी पत्रकर लिखकर महामहिम से पवित्र ब्रहमसरोवर में नौका विहार योजना रद्द करने की अपील हरियाणा के महामहिम राज्यपाल बंडारु दतात्रये से की है। सभा के प्रधान कृष्ण धमीजा ने कहा कि देश के किसी भी पवित्र सरोवर में नौका विहार नहीं होता, ब्रहमसरोवर में नौका विहार शुरु किए जाने से तीर्थ अपवित्र होगा। उन्होंने राज्यपाल से अपील की है कि वे तीर्थ की मर्यादा को बचाने के लिए ऐसी किसी योजना को स्वीकृति प्रदान न करे। श्री शिरडी साई सेवा संघ के प्रधान डा. विजय शमा और अखिल भारतीय शास्वत ब्राहमण सभा के प्रधान नरेन्द्र शर्मा ने भी अपनी-अपनी संस्थाओं की तरफ से महामहिम राज्यपाल से इस धर्म विरोधी नौका विहार योजना को सिरे से खारिज करने की मांग की है। इनका कहना है कि उनकी सभा इस मामले को लेकर श्री ब्राहमण एवं तीर्थोद्घार सभा के साथ है और जरुरत पडऩे पर नगर की सभी धार्मिक एवं सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से सडक़ों पर उतरकर आंदोलन भी करेगी। पवित्र ब्रहमसरोवर की मर्यादा को किसी भी कीमत पर भंग नहीं होने दिया जाएगा।