न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। ब्रह्मसरोवर में प्रस्तावित नोका विहार योजना को रद्द करवाने की मांग को लेकर 101 ब्राह्मण मुंडन करवाकर, पारंपरिक वेशभूषा में मस्तिष्क पर त्रिकुंड तिलक लगाकर महामहिम राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय के गीता जयंती समारोह में आगमन पर विरोध प्रदर्शन करेंगे। यह जानकारी सभा के प्रधान पंडित पवन शर्मा शास्त्री ने दी। उन्होंने कहा कि पवित्र ब्रह्मसरोवर आदिकाल से है। इस ब्रह्मसरोवर में देश विदेश में रह रहे करोड़ों हिंदुओं की आस्था है। मोक्ष की प्राप्ति के लिए श्रद्धालु इसमें आस्था के साथ डुबकी लगाने आते हैं। सभा को पता चला है कि कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड पर्यटन विभाग के साथ मिलकर सैर सपाटा कराने के लिए तीर्थ में नोका विहार योजना शुरू करने जा रहा है, जिससे तीर्थ की मर्यादा भंग होगी और श्रद्धालुओं की आस्था को ठेस पहुंचेगी। सभा किसी भी कीमत पर इस योजना को सिरे नहीं चढ़ने देगी। उन्होंने कहा कि सभा की इस मांग को नगर की अनेक धार्मिक एवं सामाजिक संस्थाओं का समर्थन मिल रहा है।
संस्थाओं ने महामहिम राज्यपाल जोकि कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के चेयरमैन भी हैं, को ज्ञापन देकर इस योजना को सिरे से खारिज करने की मांग की है। इतना ही नहीं कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के अधिकतर सदस्यों ने भी सभा की इस मांग पर सहमति जताई है, लेकिन पता चला है कि कुछ सदस्य एवं अधिकारी इस धर्म विरोधी योजना को शुरू करने पर आमदा हैं। सभा के प्रधान ने कहा कि सभा ने यह निर्णय लिया है कि दो दिसंबर को राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय के क्रॉफ्ट मेला उद्घाटन अवसर पर सभा के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा और राज्यपाल से मांग की जाएगी की इस योजना को किसी कीमत पर स्वीकृति न दें।
इसी के साथ-साथ सभा के मुख्य सलाहकार जयनारायण शर्मा ने भी बताया कि सभा इस योजना को खारिज कराने के लिए धार्मिक, सामाजिक एवं राजनीतिक संगठनों के साथ मिलकर संघर्ष करने की योजना को अंतिम रूप दे रही है। उन्होंने कहा कि हर कीमत पर तीर्थ की मर्यादा को बचाया जाएगा और किसी को भी श्रद्धालुओं की आस्था के साथ खिलवाड़ करने की इजाजत नहीं दी जाएगी।