न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनुभव मेहता ने श्री ब्राह्मण एवं तीर्थोद्धार सभा के शिष्टमंडल को आश्वासन दिया कि पवित्र तीर्थ ब्रह्मसरोवर की मर्यादा कायम रखी जाएगी। बोर्ड की ओर से कोई भी ऐसी योजना लागू नहीं की जाएगी जिससे तीर्थ की मर्यादा भंग हो व भविष्य में तीर्थों के विकास के लिए जो भी योजना बनेगी उसके लिए सभा को विश्वास में लिया जाएगा। सभा के प्रधान पवन शास्त्री की अध्यक्षता में मिलने वाले इस शिष्ट मंडल में मुख्य सलाहकार जय नारायण शर्मा, प्रधान महासचिव रामपाल शर्मा, पूर्व प्रधान जलेश शर्मा, उपप्रधान नितिन भारद्वाज लाली, बृजमोहन भार्गव, पुजारी राजीव अच्चुस्वामी व राजकुमार काला शामिल रहे। इस आश्वासन के पश्चात नौका विहार मामले का पटाक्षेप हो गया है।
सभा के मुख्य सलाहकार जय नारायण शर्मा ने बताया कि केडीबी ने ब्रह्मसरोवर में नौका विहार की जो योजना बनाई थी, उस पर विराम लग गया है और सभा को आश्वासन दिया गया है कि तीर्थ की मर्यादा कायम रखी जाएगी। तीर्थों के विकास में सभा से परामर्श किया जाएगा। इस आश्वासन के पश्चात सभा ने विरोध आंदोलन वापिस ले लिया है। उन्होंने बताया कि ब्रह्मसरोवर करोड़ों हिंदुओं की आस्था का केंद्र है और इस पवित्र तीर्थ की मर्यादा को किसी भी कीमत पर भंग नहीं होने दिया जाएगा। बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने भी तीर्थ की मर्यादा कायम रखने का आश्वासन दिया है ।
उन्होंने राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, विधायक सुभाष सुधा, उपायुक्त मुकुल कुमार, मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनुभव मेहता, सभा की मांग का समर्थन करने वाले केडीबी के सदस्यों, नगर की धार्मिक, सामाजिक व राजनैतिक संगठनों, विशेषकर मीडिया का आभार जताया। केडीबी के पूर्व सदस्य जय नारायण शर्मा ने बताया कि सभा को पता चला था कि केडीबी पर्यटन विभाग के साथ मिलकर ब्रह्मसरोवर में नौका विहार योजना शुरू करने जा रही है। जिस पर सभा ने विरोध जताया और सभा की मांग का विभिन्न संगठनों ने समर्थन किया था। सभा ने तीर्थ की मर्यादा कायम रखने को लेकर राज्यपाल, विधायक व प्रशासन को ज्ञापन भी दिया था। इस प्रकार सभा की मांग पर नौका विहार योजना पर विराम लग गया है।