न्यूज डेक्स संवाददाता
जींद।संविधान दिवस के मौके पर गांव खापड़, छात्तर व खरक गादिया के सामाजिक बहिष्कार पीड़ितों ने धरने के 40वें दिन शहर में थाली बजाकर रोष प्रदर्शन किया। धरना स्थल से लेकर बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर चौंक तक हरियाणा के मुख्यमंत्री और उप-मुख्यमंत्री की शव यात्रा निकाली और फिर वापिस धरना स्थल पर आकर कोर्ट के बाहर दोनों के पुतलों का दहन किया। बाद में एसपी नरेंद्र बिजारणिया से मिलकर ज्ञापन पत्र सौंपा।धरना संचालक दिनेश खापड़ ने बताया कि देश का संविधान प्रत्येक नागरिक को स्वतंत्रता, समानता और आजादी का अधिकार देता है, लेकिन देश आजादी के 74 साल बाद भी आज के समय में भी गांव खापड़ व छात्तर के अनुसूचित जाति समाज के लोगों का सवर्ण समाज के लोगों ने सामाजिक बहिष्कार कर रखा है, जो कि पूरी तरह से असंवैधानिक है गैरकानूनी है। इसलिए विरोध स्वरूप पीड़ित परिवार जीन्द में न्याय के लिए और आरोपियों की गिरफ्तारी करवाने के लिए अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं।
-न्याय से वंचित करने का आरोप लगाया-पत्रकारों से बातचीत में दिनेश खापड कहा कि आज संविधान दिवस के मौके पर थाली बजाकर रोष प्रदर्शन करते हुए हरियाणा सरकार के मुख्यमंत्री और उप-मुख्यमंत्री का पूतला दहन किया। क्योंकि हरियाणा सरकार सामाजिक बहिष्कार करने वाले सर्वण समाज के आरोपियों को गिरफ्तारी से बचाने का काम कर रही है। पीड़ितों को न्याय से वंचित कर रही है। सरकार के इस असंवैधानिक कार्य के विरोध में आज पीड़ित परिवारों ने रोष प्रदर्शन किया।
-4 सितंबर व 26 सितंबर को हुआ था सामाजिक बहिष्कार-दिनेश खापड़ ने बताया कि हरियाणा में भाजपा और जेजेपी की गठबंधन सरकार में दलितों का शोषण लगातार जारी है। आजाद भारत में फिर से दलितों को गुलाम बनाने का काम सरकार द्वारा दंबगों के माध्यम से किया जा रहा है। दंबगो द्वारा कानून को ताक पर रखकर खाप पंचायतों के जरिए गांव खापड़ व छात्तर में दलित समाज के लोगों का 4 सितम्बर व 26 सितम्बर को सामाजिक बहिष्कार किया गया है जो आज तक भी जारी है। गांव खापड़ में 20 परिवारों का और छात्तर में 150 परिवारों का सामाजिक बहिष्कार किया गया है। पुलिस द्वारा गांव खापड़ व छात्तर में दलित समाज का सामाजिक बहिष्कार करने वाले आरोपी व खरक गादिया वाले मामले सहित सभी आरोपियों की गिरफ्तारी न करने के विरोध में पीडितों द्वारा जींद में अनिश्चितकालीन धरना जारी है।सामाजिक बहिष्कार के चलते गांव खापड़ के 5 दलित परिवार 84दिन से गांव से बाहर है और गांव छात्तर व खरक गादिया के पीड़ितों के साथ जींद में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं। गांव खापड़ व छात्तर में सामाजिक बहिष्कार करने वाले दोनों गांव के आरोपियों के खिलाफ थाना उचाना में मुकदमा दर्ज हो चुका है, लेकिन अभी तक पुलिस ने किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की है।
-उचाना विस क्षेत्र के गांव है खापड व छात्तर- गांव खापड़ व छात्तर उचाना विधानसभा में आते हैं और वहां से हरियाणा सरकार में डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला विधायक हैं उनके प्रभाव के चलते पुलिस सामाजिक बहिष्कार करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर रही है। दोनों गांव के आरोपी पक्ष के लोग दुष्यंत चौटाला से दिल्ली और चंडीगढ़ में कई बार मीटिंग कर चुके हैं। मगर अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है।