अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के माध्यम से गीता उपदेशों को पहुंचाया जा रहा है जन-जन तक
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2021 का आयोजन होगा 2 से 19 दिसंबर तक
कुरुक्षेत्र 48 कोस के 75 तीर्थों पर भी होंगे कार्यक्रम
गीता स्थली ज्योतिसर में जल्द होगा भगवान श्रीकृष्ण के विराट स्वरुप का लोकार्पण
कुरुक्षेत्र को अध्यात्मक की दृष्टिï से विकसित कर रही है सरकार
ज्योतिसर में महाभारत थीम प्रोजैक्ट पर खर्च होगा 205.58 करोड़ रुपए
श्रीकृष्ण सर्किट के तहत कुरुक्षेत्र के तीर्थो पर 9734.70 लाख की लागत से पूरे होने वाले है विकास कार्य
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेशों से विश्व के हर मानव को कर्म करने का संदेश मिल रहा है। इन उपदेशों को जीवन में धारण करने से मानव का जीवन सफल हो जाएगा। इसलिए विश्व के हर मानव तक पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेशों को पहुंचाने के लिए गीता स्थली कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव जैसे पर्वों का आयोजन किया जा रहा है। इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का आयोजन 2 से 19 दिसंबर 2021 तक किया जाएगा और इस महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम 9 से 14 दिसंबर तक चलेंगे। इस महोत्सव में दीपोत्सव, 48 कोस के 75 तीर्थों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा।
इस वर्ष गीता महोत्सव का थीम आजादी का अमृत महोत्सव रहेगा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल बुधवार को कुरुक्षेत्र के ब्रहमसरोवर पुरुषोतमपुरा बाग में गीता महोत्सव-2021 को लेकर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि धर्मक्षेत्र-कुरुक्षेत्र की पावन भूमि को भारतीय संस्कृति की क्रीड़ा स्थली होने का गौरव प्राप्त है। इसी भूमि में पावन सरस्वती नदी के तटों पर वेदों, उपनिषदों और पुराणों की रचना हुई। इसी भूमि को श्रीमदभगवद गीता की जन्मस्थली होने का विशेष सौभाग्य प्राप्त हुआ। कुरुक्षेत्र की युद्घभूमि में विषादग्रस्त अर्जुन को भगवान श्रीकृष्ण के मुखार्बिन ने श्रीमदभगवद गीता का जो शास्वत उपदेश दिया गया था, इस वर्ष इस उपदेश को दिए हुए 5159 वर्ष हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2014 में कुरुक्षेत्र आगमन के दौरान कुरुक्षेत्र को गीता स्थली के रुप में पहचान दिलाने की बात कही थी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इस विजन के बाद सरकार द्वारा गीता जयंती महोत्सव को बड़ा दर्जा दिया और वर्ष 2016 से इस महोत्सव को गीता महोत्सव के रुप में मनाया जा रहा है। पिछले 5 वर्षों से महोत्सव को अपार सफलता और लोकप्रियता मिली। वर्ष 2019 में यह महोत्सव देश से बाहर मारीशस और लंदन में भी मनाया गया। इस वर्ष कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर गीता महोत्सव का आयोजन 2 से 19 दिसंबर 2021 तक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि महोत्सव के मुख्य कार्यक्रमों में 9 दिसंबर को प्रात: 10 बजे पवित्र ग्रंथ गीता जन्मस्थली-ज्योतिसर में श्रीमदभगवद्गीता का सम्र्पूण पाठ, प्रात: 11.15 बजे पुरुषोतमपुरा बाग ब्रहमसरोवर पर गीता यज्ञ एवं गीता पूजन, दोपहर 12 बजे श्रीमदभगवद्गीता सदन कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में गीता संगोष्ठी का उदघाटन, सायं 5.30 बजे पुरुषोतमपुरा बाग ब्रहमसरोवर पर महाआरती, सायं 6 बजे पुरुषोतमपुरा बाग ब्रहमसरोवर पर सांस्कृतिक संध्या-आजादी का अमृत महोत्सव का आयोजन होगा।
उन्होंने कहा कि 12 दिसंबर को प्रात: 10 बजे पवित्र ग्रंथ गीता जन्मस्थली-ज्योतिसर में श्रीमदभगवद्गीता का सम्पूर्ण पाठ, दोपहर 2 बजे पुरुषोतमपुरा बाग ब्रहमसरोवर में संत सम्मेलन, सायं 5.30 बजे पुरुषोतमपुरा बाग ब्रहमसरोवर पर महाआरती, सायं 6 बजे पुरुषोतमपुरा बाग ब्रहमसरोवर पर सांस्कृतिक संध्या-आजादी का अमृत महोत्सव, 13 दिसंबर को प्रात: 10 बजे पवित्र ग्रंथ गीता जन्मस्थली-ज्योतिसर में श्रीमदभगवद्गीता का सम्पूर्ण पाठ, प्रात: 10 बजे ही श्रीकृष्ण संग्रहालय में गीता प्रश्नोतरी प्रतियोगिता का पुरस्कार वितरण समारोह, प्रात: 11 बजे पुरुषोतमपुरा बाग ब्रहमसरोवर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम, सायं 5.30 बजे पुरुषोतमपुरा बाग ब्रहमसरोवर पर महाआरती, सायं 6 बजे पुरुषोतमपुरा बाग ब्रहमसरोवर पर सांस्कृतिक संध्या-आजादी का अमृत महोत्सव, 14 दिसंबर को प्रात: 10 बजे गीता जन्मस्थली-ज्योतिसर व सन्निहित सरोवर पर श्रीमदभगवद्गीता का सम्पूर्ण पाठ एवं गीता यज्ञ, प्रात: 11 बजे पुरुषोतमपुरा बाग ब्रहमसरोवर पर विद्यार्थियों द्वारा गीता का वैश्विक पाठ, दोपहर 2 बजे श्रीमदभगवद्गीता सदन कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में 48 कोस तीर्थ सम्मेलन एवं स्वतंत्रता सेनानियों का सम्मान, सायं 5 बजे सन्निहित सरोवर, सायं 6 बजे पुरुषोतमपुरा बाग ब्रहमसरोवर गीता महाआरती एवं दीप दान, सायं 6.30 बजे पुरुषोतमपुरा बाग ब्रहमसरोवर में सांस्कृतिक संध्या-आजादी का अमृत महोत्सव का आयोजन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि गीता महोत्सव के कार्यक्रमों का आयोजन 21 नवंबर 2021 से शुरु हो गया है, जिसमें 21 नवंबर से आनलाईन गीता प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है और यह प्रतियोगिता 8 दिसंबर 2021 तक चलेगी। इसी प्रकार 28 नवंबर को गीता मैराथन का आयोजन किया, 30 नवंबर से 2 दिसंबर तक ब्रहमसरोवर पर चित्रकला कार्यशाला, 2 दिसंबर से 19 दिसंबर तक राष्टï्रीय व अंतर्राष्टï्रीय कलाकारों एवं शिल्पियों का संगम-शिल्प सरस मेला, 2 दिसंबर से 19 दिसंबर तक सायं 4.30 बजे भजन संध्या, पुरुषोतमपुरा बाग व सन्निहित सरोवर पर सायं 5.30 बजे महाआरती का आयोजन होगा। इसी प्रकार 9 दिसंबर से 14 दिसंबर तक गीता पुस्तक मेला एवं रंगोली प्रतियोगिता, धार्मिक, सांस्कृतिक, शैक्षणिक तथा सामाजिक संस्थाओं की प्रदर्शनियां, राज्यस्तरीय प्रदर्शनी-सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग हरियाणा, विश्व गुरु भारत एवं 48 कोस कुरुक्षेत्र पर प्रदर्शनी, हरियाणा पैवेलियन का आयोजन पुरुषोतमपुरा बाग में होगा।
इसी तरह 10 दिसंबर को सभी जिलों के विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन गीता श्लोकोच्चारण एवं चित्रकला प्रतियोगिताएं, 13 दिसंबर को ऑनलाइन गीता संसद का उदघाटन सत्र, 14 दिसंबर को प्रात: 11 बजे 55 हजार विद्यार्थियों द्वारा ऑनलाइन वैश्विक गीता पाठ व 48 कोस कुरुक्षेत्र भूमि के 75 तीर्थों पर दीपोत्सव का आयोजन होगा। गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने कुरुक्षेत्र की धरा से पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेश दिए। ऐसी पवित्र भूमि पर गीता महोत्सव के अवसर पर ब्रहमसरोपर पुरुषोतमपुरा बाग में श्रीकृष्ण-अर्जुन रथ के समक्ष गीता महोत्सव को लेकर चर्चा करने का सौभाग्य हम सभी को मिला है। महाभारत ग्रंथ की गणना के अनुसार इस वर्ष 5159वां वर्ष मना रहे है। पवित्र ग्रंथ गीता में कोई भी पक्षपात, भेदभाव, संकीरतन, जाति, वर्ण आदि को लेकर स्थान नहीं है, यह ग्रंथ पुरी मनुष्यता के लिए है। यह ग्रंथ उदार ग्रंथ है और मन को मानसिक शांति का आभास करवाता है। इस ग्रंथ में वसुधैव कुटुम्बकव का सदेंश दिया गया है।
वर्तमान में श्रीमदभगवद गीता पूरी मनुष्यता का प्ररेणा बने इसको लेकर हर संभव प्रयत्न किए जा रहे है। कोविड के दौरान पूरी मानवता को परेशानी हुई और इससे शारीरिक रुप से बचाव के लिए वैक्सीनेशन को अपनाया गया, जिससे की इस वायरस की चैन को तोडऩें में सफलता मिली। जिस प्रकार वैक्सीन ने शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का काम किया। इसी तरह पवित्र ग्रंथ गीता के स्मरण से मानसिक रुप से ताकत मिलती है और पवित्र ग्रंथ गीता के संदेश हमारे मन की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का काम करते है। उन्होंने कहा कि पवित्र ग्रंथ गीता से समाज के हर वर्ग को जोडऩे का प्रयास किया जा रहा है। इस वर्ष आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है और अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव-2021 की थीम भी आजादी को अमृत महोत्सव की रखी गई है। सरकार द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव के साथ गीता महोत्सव को जोडक़र सराहनीय प्रयास किए जा रहे है। आजादी के समय हमारे अनेक स्वतंत्रता सेनानियों के हाथों में पवित्र ग्रंथ गीता होता था।
इसलिए पवित्र ग्रंथ गीता के माध्यम से भारत की आजादी में दिए गए योगदान को पूरे विश्व के सामने आए, इसके लिए कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड और सरकार द्वारा प्रयास किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि समस्याओं का समाधान है गीता, मानवता की पहचान है गीता, पूरे विश्व का ज्ञान है गीता, इसी के तहत पवित्र ग्रंथ गीता को जन-जन तक पहुंचाने का काम किया जा रहा है। मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव एवं सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक डा. अमित अग्रवाल ने मेहमानों का स्वागत किया। इस मौके पर गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद, हरियाणा के खेल एवं युवा मामले मंत्री संदीप सिंह, सांसद नायब सिंह सैनी, विधायक सुभाष सुधा, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव एवं सूचना जनसम्पर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक डा. अमित अग्रवाल, गीता महोत्सव के नोडल अधिकारी एवं केडीबी के सदस्य सचिव विजय दहिया, हरियाणा कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग के प्रधान सचिव डी सुरेश, अम्बाला मंडल की आयुक्त रेणू फुलिया, उपायुक्त मुकुल कुमार, निदेशक प्रतिमा चौधरी, केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबडा, भाजपा के जिला अध्यक्ष राजकुमार सैनी आदि उपस्थित थे।