ज़िला निर्वाचन अधिकारियों को कम मतदान वाले पोलिंग स्टेशनों पर विशेष ध्यान देने के निर्देश
न्यूज डेक्स पंजाब
चंडीगढ़। आगामी पंजाब विधान सभा चुनाव – 2022 में अधिक से अधिक चुनाव को यकीनी बनाने के मद्देनज़र, पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सी.ई.ओ.) डा. एस. करुणा राजू ने राज्य के डिप्टी कमीशनरों-कम-ज़िला निर्वाचन अधिकारियों (डी.ई.ओज़) को उन पोलिंग स्टेशनों पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए, जहाँ पिछले विधान सभा चुनाव-2017 के दौरान कम चुनाव दर्ज किया गया था। समूह ज़िला निर्वाचन अधिकारियों (डी.ई.ओज) को लिखे अपने पत्र में डा. राजू ने कहा कि पिछले विधान सभा चुनाव-2017 के दौरान पोलिंग स्टेशनों के विश्लेषण के दौरान, यह पाया गया कि कुछ बूथों पर राज्य के वोटिंग औसत (77.40 फीसद) की अपेक्षा कम वोटिंग प्रतिशत दर्ज किया गया था, जिसके मद्देनज़र आगामी विधान सभा चुनाव-2022 में अधिक से अधिक वोटिंग प्राप्त करने के लिए ऐसे पोलिंग स्टेशनों पर विशेष ध्यान देने की ज़रूरत है।
उन्होंने डी.ई.ओज को हिदायत की कि वह कम चुनाव वाले पोलिंग स्टेशनों की पहचान करने और सिस्टमैटिक वोटरज एजुकेशन एंड इलैक्ट्रोरल पार्टीसीपेशन (स्वीप) प्रोग्राम के अंतर्गत अधिक से अधिक गतिविधियां करवाएं जिससे अधिक से अधिक वोटरों को वोट के अधिकार के प्रति जागरूक किया जा सके। स्वीप के अधीन आती गतिविधियों में गुरुद्वारों के द्वारा डिप्टी कमीशनरों का संदेश, गाँवों में ट्रैक्टर रैलियाँ और पोलिंग स्टेशनों के क्षेत्रों में विद्यार्थी रैलियाँ, मानवीय चेन्ज़, एनएसएस /एनसीसी /एनजीओज़ /अन्य वालंटियरों की तरफ से नुक्कड़ नाटक या स्ट्रीट स्किट और ईवीएम, वीवीपैट जागरूकता गतिविधियों, वोट डालने सम्बन्धी जागरूकता मुहिम में प्रमुख शख््िसयतों को शामिल करना, बूथ चुनावी साक्षरता आदि शामिल हैं।
डा. राजू ने डी.ई.ओज को यह यकीनी बनाने के लिए कहा कि पोलिंग स्टेशनों के क्षेत्रों में सभी गतिविधियों को पूरा किया जाये। ज़िक्रयोग्य है कि स्वीप गतिविधि के हिस्से के तौर पर, एल.ई.डी और ऑडियों सिस्टम से लैस 30 मोबाइल वैनें जो जिलों में जाने के लिए तैयार हैं। यह वैनें वोटरों को जागरूक करने के लिए राज्य भर में घूमेंगी, वोटर रजिस्ट्रेशन और वोटों वाले दिन वोट डालने के लिए प्रेरित करेंगी।