डॉ. महेन्द्र, सत्यदेव हरियाणवी, मा. महेन्द्र, डॉ. आबिद ने खूब लगवाए ठहाके
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती के अवसर पर विरासत हेरिटेज विलेज जी.टी. रोड मसाना में आयोजित राज्यस्तरीय हरियाणा हस्तशिल्प हुनर कार्यशाला एवं हरियाणा सांस्कृतिक प्रदर्शनी में हरियाणा साहित्य अकादमी की ओर से कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें प्रदेश भर से पहुंचे कवियों ने मंच से हरियाणवी संस्कृति को बचाने की गुहार लगाई। इस अवसर पर कवि सम्मेलन की अध्यक्षता मैडम मीनू पॉल आई.ए.एस. मिनिस्ट्री ऑफ कम्यूनिकेशन ने की, जबकि कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में एडिशनल सेशन जज पटियाला हाऊस नई दिल्ली स्नेहिल शर्मा शामिल हुए।
इस मौके पर मैडम पॉल ने कहा कि विरासत हेरिटेज विलेज वास्तव में हरियाणवी संस्कृति को बचाने के लिए मुहिम छेड़े हुए है। आने वाले दिनों में इसके सकारात्मक परिणाम होंगे। इस अवसर पर झज्जर से पहुंचे कवि महेन्द्र शर्मा ने अपनी कविता चिट्ठी बनाम लव लेटर के माध्यम से हरियाणवी संस्कृति का हास्यात्मक स्वरूप प्रस्तुत किया। सत्यदेव हरियाणवी ने अपनी कविता में लोक पारम्परिक विषय-वस्तुओं को बचाने का आह्वान करते हुए हुंकार भरी। इसके साथ ही डॉ. महेन्द्र शर्मा पत्नी कविता के माध्यम से व्यंग्यात्मक अभिव्यक्ति करते हुए भारतीय महिला का गुणगान किया।
डॉ. बलवान ने युवा पीढ़ी पर तंज कसते हुए मोबाईल की संस्कृति से दूर रहने के लिए प्रेरित किया। सुजान सिंह ने अपनी कविता में ग्रामीण अंचल की झलक दिखाकर आंचलिकता को कविता में प्रस्तुत किया। सूबे सिंह ने अपनी कविता में संवेदनात्मक अभिव्यक्तियों को स्थान दिया, जबकि सुधीर ढांढा ने चीन देश पर तंज कसते हुए भारत के वीरों का गुणगान किया। डॉ. आबिद अली ने गीता के माध्यम से मीडिया के साथियों को संज की भूमिका पर काव्य पाठ किया। इस अवसर पर प्रो. राजबीर सिंह, डॉ. महासिंह पूनिया, डॉ. रणबीर सिंह, डॉ. कल्पना, डॉ. अशोक चौधरी, डॉ. मीनू सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।