दीपोत्सव पर लाखों दीपों की रोशनी से जगमगा उठा सन्निहित सरोवर और ब्रह्मसरोवर का तट
दीपदान के साथ ही सम्पन्न हुआ अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2021
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। भगवान श्रीकृष्ण की कर्मस्थली कुरुक्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में राज्यपाल बंडारु दतात्रेय, केन्द्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डïी ने शंखनाद और मंत्रौच्चारण के बीच सन्निहित सरोवर पर पूजा अर्चना करके ब्रहमसरोवर के पावन तट पर दीपदान किया। इस दीपदान के साथ ही परम्परा अनुसार अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2021 भी सम्पन्न हुआ। इस महाआरती की संध्या में दीपोत्सव मुख्य आकर्षण का केन्द्र रहा। इस दीपोत्सव में जहां सन्निहित सरोवर और ब्रहमसरोवर के पावन तट पर लाखों दीपक जलाएं वहीं कुरुक्षेत्र और 48 कोस के 75 तीर्थ स्थलों पर भी लाखों दीपक जलाए गए। इस समापन समारोह पर दीपोत्सव का यह दृश्य अदभुत और मनमोहक रहा। अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2021 में पुरुषोतमपुरा बाग ब्रहमसरोवर पर राज्यपाल बंडारु दतात्रेय, केन्द्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी, सांसद नायब सिंह सैनी, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़, विधायक सुभाष सुधा, उपायुक्त मुकुल कुमार, प्रदेश महामंत्री डा. पवन सैनी, भाजपा के जिलाध्यक्ष राजकुमार सैनी, केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा ने मंत्रोच्चारण के बीच विराट महाआरती में भाग लेकर दीपदान भी किया।
इस आरती का मंत्रौच्चारण बलराम गौतम ने करवाया। अंतर्र्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में गीता और ब्रहमसरोवर आरती से पहले पवित्र ग्रंथ गीता के श्लौका का उच्चारण शुरु हो गया था इन श£ोकोंच्चारण से धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र की पूरी फिजा गीतामय हो गई। इसके साथ ही विभिन्न संस्थाओं के सहयोग से लाखों दीपकों को रोशन किया गया। इन दीपों की रोशनी से ब्रहमसरोवर का पूरा तट जगमगा उठा और एक मनमोहक दृश्य नजर आया। राज्यपाल बंडारु दतात्रेय ने प्रदेशवासियों को दीपोत्सव और जयंती समारोह की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र में गीता जयंती का यह समारोह दीपोत्सव के कारण बहुत अदभुत रहा और लाखों दीपों की दीपमाला से ब्रहमसरोवर ही नहीं कुरुक्षेत्र का दृश्य अदभुत नजर आया। भगवान श्रीकृष्ण ने कुरुक्षेत्र की ही भूमि पर महाभारत के युद्घ के बीच एक ऐसा शांति का संदेश दिया जो आज गीता उपदेश नाम से पूरे विश्व को प्रकाशमय कर रहा है।
इस पवित्र ग्रंथ गीता में जीवन जीने का सार वर्णित किया गया है। इस महाभारत के बीच शांति का संदेश देना किसी भी इतिहास में नजर नहीं आया है। उन्होंने कहा कि महोत्सव के कार्यक्रमों को आनलाईन प्रणाली से देश-विदेश तक पहुंचाया गया। इस महोत्सव के संत सम्मेलन, वैश्विक गीता पाठ, दीपोत्सव बेहतरीन कार्यक्रम रहे। उन्होंने कहा कि 9 दिसम्बर से 14 दिसम्बर के लिए सभी कार्यक्रमों को अच्छे ढंग से आयोजित करने और दूसरी बार शहर की समाजसेवी संस्थाओं की भागीदारी सुनिश्चित करके सराहनीय कार्य किया है तथा आने वाले समय में शहर की संस्थाओं के सहयोग से महोत्सव को ओर यादगार बनाया जाएगा। यह महोत्सव आमजन का महोत्सव है, इसलिए कुरुक्षेत्र प्रशासन और केडीबी के प्रयास सराहनीय रहे है। हर अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के दौरान कुछ न कुछ नए कार्यक्रम जोड़े जा रहे हैं और इसी कड़ी में आज 55 हजार स्कूली विद्यार्थियों, देश-विदेश के लाखों लोगों ने वैश्विक गीता पाठ के दौरान गीता के श्लोकों को कंठस्थ उच्चारण कर गीता के संदेश को न केवल देश में बल्कि विदेशों में पंहुचाने का एक नया कीर्तिमान कायम किया है।
गीता का प्रचार-प्रसार वैश्विक स्तर पर पंहुचाने में काफी हद तक हम सफल हुए है, इसमें कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड तथा गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानन्द जी महाराज का विशेष सहयोग रहा है। उपायुक्त मुकुल कुमार ने कहा कि 9 से 14 दिसंबर तक चलने वाला अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव दीपदान की रस्म के साथ ही सम्पन्न हो गया है। इस कार्यक्रम के अंत में केडीबी की तरफ से सभी मेहमानों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। महोत्सव में पहली बार सन्निहित सरोवर पर मुख्यातिथि व अन्य मेहमान पहुंचे और पूजा-अर्चना की। यहां पर श्री ब्राहमणों तीर्थोद्घार सभा व शहर की सभी संस्थाओं ने मेहमानों का जोरदार स्वागत किया।
इस मौके पर निदेशिका दीपिका पोखरान, निदेशिका प्रतिमा चौधरी, कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा, सीईओ केडीबी अनुभव मेहता, जिलाध्यक्ष राजकुमार सैनी, पूर्व जिलाध्यक्ष धर्मवीर मिर्जापुर, बुद्घिजीवी प्रकोष्ठ के जिला संयोजक पवन आश्री, सौरव चौधरी, सुशील राणा, महेन्द्र सिंगला, उपेन्द्र सिंघल, विजय नरुला, केसी रंगा ने महाआरती में भाग लिया और भजन संध्या में भजनों का आनंद लिया। इस दौरान शंख की ध्वनि और मंत्रौच्चारण ने ब्रहमसरोवर को संगीतमय कर दिया।बाक्सदीपोत्सव में रंग-बिरंगे हिंडोले भी बने आकर्षण का केन्द्र उपायुक्त मुकुल कुमार ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2021 के समापन समारोह पर सांध्यकालीन आरती के तुरंत बाद ब्रहमसरोवर के तट से रंग-बिरंगे हिंडोले हवा में छोड़े गए। इन हिंडोले से निकलने वाली रोशनी ने ब्रहमसरोवर की फिजां को रंगीन कर दिया।